बिना जन्म समय के अपनी कुंडली कैसे पता करें?
ज्योतिषी शास्त्र में इसी कुंडली का हम ज्यादा विशेष महत्व देते हैं। यह हमारी जिंदगी के हर पहलू के बारे में जानकारी देती है। लेकिन इस कुंडली के बनाने के लिए सही जन्म समय का होना ज़रूरी है। अगर किसी को अपना सही जन्म समय नहीं पता है तो वह अपनी कुंडली बना सकता है? इसका उत्तर है “हां।” कुछ तरीके यह भी हैं जिनकी मदद से आप बनाए बिना भी अपने भविष्य के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इस ब्लॉग में हम आपको इसके विभिन्न विकल्पों और तरीकों के बारे में विस्तार से बताएंगे।
जन्म समय का महत्व क्यों है?
जन्म समय अधिकांशतः समान होने की आवश्यकता है, क्योंकि उनके माध्यम से ही राहु से लेकर शनि तक ग्रहों और बारहो के आठ नक्षत्रों की सटीक स्थिति खुलकर और स्पष्ट रूप होगी। ही आधार पर ही यह लग्न भी होगा और शेष दशाएँ मिलेंगी। लग्न कुंडली में पहला हाउस भी होगा, जैसे के हमारी जीवन-प्रवृत्ति, व्यक्तित्व, और प्राथमिकताओं के मूलविषय होती है। गर कुंडली निर्मित करने हेतु संबंधी विशिष्ट विधियों पर ज्योतिषी ऐसा कर ही सकते हैं, यदि जन्म का समय उपलब्ध न हो।
विना जन्म समय के कुंडली जानने के तरीके
अगर आपको अपना सही जन्म समय पता नहीं है, तो ज्योतिष में कुछ वैकल्पिक विधियाँ और तकनीकें हैं जिनकी मदद से आप अपनी कुंडली जान सकते हैं। नीचे इन तकनीकों को विस्तार से समझाया गया है।
- सूर्य कुंडली (Solar Chart)
यह सूर्य कुंडली तो बन सकती है, जन्म समय के बिना, ग्रह सूर्य सापेक्ष से होता है, राशि पूछी मान्य स्थान नहीं स्कोर बना। सूर्य कुंडली में बताया है वह या कि व्यक्तिगत चिंता/करियर में उस्ताद बनने, बाहर के जीवन वाला सही संवार करे देती हैं। यह काम कैसे करती है?
इस विधि में, ज्योतिषी आपके जन्म की तारीख और स्थान के आधार पर सूर्य के राशि परिवर्तन की स्थिति को देखते हैं। ज्योतिषीय उपाय से नौकरी ग्रहों की स्थिति निर्धारित होती है।
इसका उपयोग कब करें?
जब आपको अपने जन्म समय के बारे में कुछ भी जानकारी न हो, तब सूर्य कुंडली सबसे आसान और सटीक विकल्प होती है।
- चंद्र कुंडली (Lunar Chart)
आपको चंद्र कुंडली के लिए ज़रूरी तारीख़ और स्थान का पता काफ़ी होता है। उसमें चंद्रमा को केंद्र बिंदु पर रखकर वहां कुंडली की तैयारी होती है। चंद्र कुंडली मानसिक स्वाभाव, भावनात्मक स्थिति और आत्मिक पक्ष का व्यक्ति की स्थिति का प्रत्यक्ष पैरामीटर्स दिखाया जा सकता है।
ज्योतिषी आपके जन्मदिन पर चंद्रमा की स्थिति का पता लगाकर कुंडली बनाते हैं। यह विधि विशेष रूप से तब उपयोगी होती है जब आपको अपने जीवन की आंतरिक और भावनात्मक अवस्थाओं के बारे में जानना हो।
चंद्र कुंडली के फायदे:
यह भावनात्मक स्थिरता और मानसिक स्वास्थ्य का संकेत देती है।
यह रिश्तों और परिवार के बारे में गहन जानकारी प्रदान करती है।
- प्रश्न कुंडली (Horary Astrology)
अगर आपके पास अपना जन्म समय नहीं है, तो आप प्रश्न कुंडली का सहारा ले सकते हैं। यह विधि ज्योतिष के सबसे सटीक तरीकों में से एक मानी जाती है।
यह क्या है?
प्रश्न कुंडली तब बनाई जाती है जब आप किसी खास सवाल के साथ ज्योतिषी के पास जाते हैं। उस समय ग्रहों की स्थिति का विश्लेषण करके आपको उत्तर दिया जाता है।
प्रश्न कुंडली का उपयोग:
यदि आपका प्रश्न कैरियर ज्योतिष, शादी, स्वास्थ्य, या किसी और जीवन के क्षेत्र से संबंधित है, तो यह कुंडली सटीक उत्तर देती है।
- लग्न संशोधन विधि (Birth Time Rectification)
ज्योतिष में एक तकनीक होती है जिसे लग्न संशोधन विधि कहा जाता है। अगर आपके पास जन्म समय का कोई अनुमान है (जैसे सुबह, दोपहर या रात), तो ज्योतिषी आपके जीवन की प्रमुख घटनाओं के आधार पर सही लग्न का निर्धारण करते है/(Birth Time Rectification। यह कैसे काम करती है?
इस पद्धति में ज्योतिषी आपके जीवन की प्रमुख घटनाओं, जैसे शिक्षा, मेरी शादी कब होगी, या करियर में बदलाव की तारीखों का अध्ययन करते हैं। इन घटनाओं के आधार पर लग्न और दशा की गणना करके सही जन्म समय का पता लगाया जाता है।
किसके लिए उपयुक्त है?
यह पद्धति उन लोगों के लिए है, जिन्हें अपना जन्म समय आंशिक रूप से पता हो।
- नामांक कुंडली (Numerology and Name Chart)
अगर आपको अपनी जन्म तिथि और समय का कोई अंदाजा नहीं है, तो ज्योतिषी अंक ज्योतिष (Numerology) या नामांक कुंडली का उपयोग करके आपका भविष्य बता सकते हैं।
यह कैसे की जाती है?
इसमें व्यक्ति के नाम के आधार पर उसकी राशिफल और ग्रहों की स्थिति का अनुमान लगाया जाता है।
उदाहरण: यदि आपका नाम ‘आरती’ है, तो नाम के पहले अक्षर ‘आ’ से यह पता लगाया जाएगा कि आपकी राशि ‘मेष’ है।
इसके फायदे:
यह सरल और जल्दी परिणाम देने वाला तरीका है। हालांकि, यह विधि सीमित जानकारी प्रदान करती है।
क्या बिना जन्म समय के कुंडली सटीक होती है?
यह कई लोगों के मन में उठता है कि बिना जन्म समय के बनाई गई कुंडली कितनी सटीक होगी। इसका उत्तर इस बात पर निर्भर करता है कि आप कौन सी विधि का उपयोग कर रहे हैं।
सूर्य और चंद्र कुंडली ज्यादातर बाहरी और आंतरिक पहलुओं को समझने के लिए सटीक होती हैं।
प्रश्न कुंडली आपके विशिष्ट सवालों का सटीक उत्तर देने में मदद करती है।
लग्न संशोधन विधि काफी समय लेने वाली हो सकती है, लेकिन यह बहुत ही सटीक होती है।
निष्कर्ष: अपनी कुंडली जानना आसान
अगर आपको अपना जन्म समय नहीं पता है तो भी चिंता करने की ज़रूरत नहीं है। ज्योतिष के पास ऐसी की कई विधियाँ हैं, जिनकी मदद से आप अपनी जनम कुंडली जान सकते हैं और जीवन से जुड़े सवालों का जवाब पा सकते हैं।
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