कैसे जानें कि आपका विवाहित जीवन कैसा होगा

कैसे जानें कि आपका विवाहित जीवन कैसा होगा?

विवाह जीवन हर किसी की जिंदगी का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है, और यह केवल व्यक्तिगत जीवन को प्रभावित करता है बल्कि पारिवारिक और सामाजिक संबंधों पर भी असर डालता है। ज्योतिष में विवाह के बारे में भविष्यवाणी करने के लिए कुंडली का विशेष महत्व है। कुंडली के माध्यम से हम यह जान सकते हैं कि हमारा विवाहित जीवन कैसा रहेगा, और हमें किन समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इस लेख में हम जानेंगे कि कैसे ज्योतिष द्वारा विवाहित जीवन के बारे में भविष्यवाणी की जा सकती है और इसके लिए कौन से उपाय किए जा सकते हैं।

विवाहित जीवन ज्योतिष और कुंडली द्वारा भविष्यवाणी

जब किसी व्यक्ति का विवाह होने वाला होता है, तो उसका विवाह कुंडली के आधार पर विश्लेषण किया जाता है। कुंडली के विभिन्न ग्रह, नक्षत्र और ग्रहों की स्थिति विवाह जीवन के बारे में कई संकेत देती है। विवाह के लिए कुंडली मिलान एक पुरानी परंपरा है, जो जीवनसाथी के चयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इसमें दोनों व्यक्तियों की कुंडली की तुलना की जाती है, ताकि यह देखा जा सके कि दोनों के बीच क्या सामंजस्य होगा और क्या उनके रिश्ते में कोई ग्रह दोष हो सकता है।

कुंडली द्वारा विवाह भविष्यवाणी में मुख्य रूप से निम्नलिखित पहलुओं पर ध्यान दिया जाता है:

  1. ग्रहों की स्थिति: विवाह के लिए उपयुक्त ग्रहों की स्थिति का होना बहुत महत्वपूर्ण होता है। शुक्र और बृहस्पति जैसे ग्रहों की स्थिति का असर शादी पर पड़ता है। इनके शुभ स्थान पर होने से विवाह जीवन सुखमय और सफल होता है।
  2. लग्न और नवांश: लग्न और नवांश (द्वादशांश) में ग्रहों की स्थिति से भी विवाह जीवन के बारे में जानकारी मिलती है। इस विश्लेषण से जीवनसाथी के स्वभाव और व्यक्तित्व का अंदाजा लगाया जा सकता है।
  3. विवाह के घर का विश्लेषण: कुंडली में सातवां घर विवाह से संबंधित होता है। अगर इस घर में शुभ ग्रह होते हैं, तो यह विवाह जीवन को सुखी और समृद्ध बनाता है। वहीं, यदि इसमें अशुभ ग्रह हैं, तो विवाह में समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं।
  4. कुंडली दोष: कई बार किसी व्यक्ति की कुंडली में दोष होते हैं, जैसेकुंडली दोषयामंगल दोष,” जो विवाह जीवन में समस्याएँ उत्पन्न कर सकते हैं। इन दोषों को ज्योतिषीय उपायों से ठीक किया जा सकता है।

विवाह के लिए ज्योतिषीय उपाय

यदि किसी की कुंडली में विवाह जीवन में समस्याएँ रही हैं या विवाह के बाद कोई खास परेशानी हो रही है, तो ज्योतिषी कुछ उपायों की सलाह देते हैं:

  1. मंगल दोष: यदि किसी की कुंडली में मंगल दोष हो, तो इस दोष को दूर करने के लिए कुछ खास उपाय किए जा सकते हैं, जैसे मंगलवार को व्रत रखना या हनुमान जी की पूजा करना।
  2. विवाह के घर की पूजा: विवाह के घर (सातवां घर) में शुभ ग्रहों की स्थिति बनाए रखने के लिए उस घर की पूजा करवाई जा सकती है।
  3. व्रत और उपवास: कुछ ज्योतिषी विवाह के लिए उपवास रखने की सलाह भी देते हैं। इससे अच्छे ग्रहों का समर्थन मिलता है और विवाह के रास्ते में रही बाधाएँ दूर हो सकती हैं।
  4. ग्रह शांति पूजा: ग्रहों की स्थिति को सुधारने के लिए विशेष पूजा करवाई जा सकती है, जैसे शांति के लिए ग्रहों के अनुसार पूजा, यज्ञ और हवन आदि।

सुखद विवाह के लिए ज्योतिषीय उपाय

सुखी और संतुष्ट विवाहित जीवन के लिए कुछ ज्योतिषीय उपाय हैं, जिन्हें अपनाकर दांपत्य जीवन को बेहतर और खुशहाल बनाया जा सकता है:

  1. प्रेम और विश्वास को बढ़ाना: कुंडली में जो ग्रह विवाह जीवन के बारे में नकारात्मक संकेत देते हैं, उन्हें शांत करने के उपाय किए जा सकते हैं, जिससे दांपत्य जीवन में प्रेम और विश्वास बढ़े।
  2. सप्तपदी के बाद विश्लेषण: विवाह के बाद सप्तपदी में जो ग्रह दोष हो सकते हैं, उनका विश्लेषण करके निवारण के उपाय किए जा सकते हैं। इससे दांपत्य जीवन में शांति और सुख बना रहता है।
  3. शुभ समय पर विवाह करना: ज्योतिष के अनुसार विवाह के लिए शुभ समय (मुहूर्त) का चयन करना बहुत महत्वपूर्ण होता है। सही मुहूर्त में विवाह करने से जीवन में समृद्धि और खुशी आती है।
  4. मातापिता की कुंडली मिलाना: विवाह के पहले, यह भी महत्वपूर्ण है कि मातापिता की कुंडली मिलाई जाए, ताकि पारिवारिक समस्याएँ भी सुलझाई जा सकें और जीवन में शांति बनी रहे।

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FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

1. क्या कुंडली मिलान से विवाह में सफलता सुनिश्चित होती है?

कुंडली मिलान/kundli matching से यह पता चलता है कि दोनों व्यक्तियों के बीच कितनी सामंजस्यता है। यह विवाह में सफलता को पूरी तरह से सुनिश्चित नहीं करता, लेकिन यह एक मजबूत आधार प्रदान करता है।

2. क्या मंगल दोष के कारण विवाह में कठिनाई आती है?

हां, मंगल दोष विवाह जीवन में समस्याएँ उत्पन्न कर सकता है, लेकिन इसका निवारण ज्योतिषीय उपायों द्वारा किया जा सकता है, जैसे हनुमान पूजा, व्रत, या मंगली उपाय।

3. क्या शादी के बाद भी कुंडली का विश्लेषण जरूरी है?

शादी के बाद भी कुंडली का विश्लेषण महत्वपूर्ण हो सकता है, खासकर अगर विवाह में कोई समस्या हो रही हो। इससे जीवनसाथी के स्वभाव और रिश्ते में सुधार करने के उपाय मिल सकते हैं।

4. विवाह के लिए कौन सा समय शुभ होता है?

विवाह के लिए शुभ मुहूर्त का चयन करना महत्वपूर्ण होता है। ज्योतिषी व्यक्ति की कुंडली देखकर सबसे उपयुक्त समय का चयन करते हैं।

5. क्या ज्योतिष उपाय विवाह के लिए असरदार होते हैं?

जी हां, ज्योतिषीय उपाय विवाह जीवन में सुधार ला सकते हैं, बशर्ते कि वे सही तरीके से और सही समय पर किए जाएं।

किसी भी विशिष्ट मुद्दे के लिए, मेरे कार्यालय @ +91 9999113366 से संपर्क करें। भगवान आपको एक खुशहाल जीवन आनंद प्रदान करें।

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