कुंडली में कौन सा घर बनाता है नौकरी और बिजनेस का योग
करियर बनाने में अनेकों अवसर हमारे पास होते हैं, लेकिन इसमें भी कई बार हमारे मन में इस बात को लेकर सवाल उठता है की आखिर हमारे लिए क्या सही रहेगा. नौकरी करना या बिजनेस किस को चुना जाए जो भविष्य को सुरक्षा और समृद्धि दे पाए. इन बातों को अगर सही से हम समझ पाएं तो हमारी मेहनत हमें सुखद अनुभव दे सकती है और ये अनुभव हमें “करियर ज्योतिष” के माध्यम से ही मिल सकता है.
नौकरी या बिजनेस के लिए कुंडली के विशेष भाव
“ज्योतिष शास्त्र” के अनुसार जन्म कुंडली में नौकरी और बिजनेस से संबंधित भावों की अगर बात की जाए तो इसमें छठा भाव, सातवां और दसवां भाव अपनी विशेष भूमिका निभाता है. “जन्म कुंडली का छठा भाव” नौकरी के बारे में बताता है और सातवां भाव आपके बिजनेस के बारे में बात करता है और दसवां भाव आपके कर्म करने मेहनत करने की इच्छा शक्ति को दिखाता है.
यह तो हुई कुछ मूल रूप से विशेष भावों की बात लेकिन इसके अलावा अपने करियर में से हम किस क्षेत्र में अपना वर्चस्व बना सकते हैं तो उस बार में कुछ प्रश्न भी हमारे मन में उठ खड़े हो सकते हैं.
बिजनेस या नौकरी में से किसे अपनाया जाए.
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बिजनेस और नौकरी क्या दोनों चीजों को एक साथ कर सकता हूं?
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नौकरी छोड़कर बिजनेस में जाया जा सकता है या फिर बिजनेस को छोड़ कर नौकर कर सकता हूं?
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मुझे नौकरी नहीं मिल रही, क्या मैं व्यापार करूँ ?
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नौकरी करू या फैमिली बिज़नेस करुं?
इन सभी बातों को समझना मुश्किल नहीं है क्योंकि वैदिक ज्योतिष गणनाओं के अनुसार आप जान सकते हैं की आपके लिए कौन सा करियर अच्छा रहेगा और आप किस क्षेत्र में सफलता अर्जित कर सकते हैं.
अब बात आती है कि हम अपने करियर को कैसे सही दिशा की ओर ले जाएं तो जरुरी है अपनी जन्म कुंडली की सही जांच करने की और उसके हर पहलू को समझने की. आपका करियर केवल छठे भाव, सप्तम भाव दशम भाव में ही निहित नहीं है बल्कि यह आपकी जन्म कुंडली के लग्न भाव से जुड़ा, कुंडली के धन भाव से जुड़ा है आपके लाभ भाव से जुड़ा है आपके द्वादश भाव से और आपकी इनकम से जुड़ा. इसी के साथ आपकी जन्म कुंडली के वर्ग चार्ट का विश्लेषण करना भी जरूरी होता है. करियर और बिजनेस के लिए दशमांश कुंडली, होरा चार्ट, नवांश कुंडली, चतुर्थांश, षडबल, अष्टक वर्ग जैसे चार्ट भी देखने आवश्यक होते हैं.
उदाहरण के लिए “जन्म कुंडली” में अगर छठा भाव कमजोर स्थिति में है तो ऎसे में आपके लिए प्रतिस्पर्धा भी मुश्किल होगी और नौकरी हो या बिजनेस दोनों में ही आपको कॉम्पिटिशन का सामना करना होगा. किसी भी सरकारी नौकरी के लिए कॉम्पिटिशन एग्जाम हो या फिर प्राइवेट स्तर पर उच्च पद प्राप्ति के लिए कॉम्पिटिशन हो तो ऎसे में जरूरत होती है की छठा भाव मजबूत हो ताकि आप जीत हासिल कर पाएं.
करियर में कैसे पहचानें जॉब योग / बिजनेस योग
कुंडली में अगर “कुंडली में जॉब योग” है तो आप के लिए नौकरी ही सबसे बेस्ट ऑप्शन बनती है. कुंडली में अगर द्वितीय भाव, छठे भाव, दशम भाव और एकादश भाव का संबंध बन रहा हो तो यह जॉब योग बनाता है.
“नौकरी या फैमिली बिज़नेस” में से कौन सा कार्यक्षेत्र अपनाएं तो इसमें आपके लग्न की स्थिति, सातवं भाव, दशम भाव, आपके निर्णय लेने की क्षमता के साथ ही कुंडली का आठवां भाव भी इसमें अपनी भूमिका दिखाता है.
“कुंडली में बिजनेस योग”
लेकिन अगर कुंडली में बिजनेस योग है और आप इसे अनदेखा करके नौकरी कर रहे हैं तो ऎसे में नौकरी में आप जितनी भी मेहनत करें सफलता मिल पाना बेहद मुश्किल होता है. दशम भाव मजबूत है और लग्न के साथ संबंध हो तब इसमें बिजनेस योग का निर्माण होता है.
दूसरे भाव का संबंध जब सप्तम और दशम से अच्छी शुभ रूप में बनता है तो व्यवसाय योग बनता है.
करियर के लिए ज्योतिष उपाय
“जन्म कुंडली/Janam Kundli अनुसार” ग्रह नक्षत्रों की गणनाओं और उनकी स्थिति को देखते हुए अगर करियर के लिए ज्योतिष उपायों को किया जाए तो यह आपको अच्छे करियर की राह में आगे ले जाने का काम करते हैं. अगर मन में सवाल उठता है कि आखिर ये करियर उपाय कैसे मदद कर सकते हैं तो इस बात को इस तरह से समझ सकते हैं कि यदि आपकी जन्म कुंडली में नौकरी का योग बना हुआ है लेकिन आप बिजनेस करने की धुन लगाए हुए हैं तो ऎसे में ज्योतिषीय परामर्श से आप अपने लिए सही और गलत के अंतर को समझ पाते हैं.
ज्योतिषीय परामर्श आपकी जन्म कुंडली अनुसार सूक्ष्म रूप से कुंडली जांच करते हुए आपको व्यापार के लिए ज्योतिष उपाय या फिर अगर नौकरी में सफलता पाना चाहते हैं तो जॉब के लिए ज्योतिष उपाय सुझाता है. करियर के लिए ज्योतिष उपाय अगर सही समय पर कर लिए जाएं तो सफलता मिलने में देर नहीं लगती है. इस लिए जरूरी है की जन्म कुंडली अनुसार अपने करियर को चुनें और संभावित खतरों से बचते हुए सफलता को प्राप्त कर सकें|