कुंडली मिलान में कम गुण मिलान स्कोर दिखने पर क्या करें?
शादी से पहले कुंडली मिलान भारतीय संस्कृति में एक महत्वपूर्ण परंपरा है। जब दो लोगों के विवाह का विचार किया जाता है, तो सबसे पहले उनकी कुंडली मिलान करवाई जाती है। इसमें मुख्य रूप से गुण मिलान स्कोर (Ashtakoota Matching) देखा जाता है। कुल 36 अंकों में से यदि 18 या उससे अधिक अंक मिलते हैं तो उसे सामान्यतः विवाह के लिए शुभ माना जाता है। लेकिन अगर गुण मिलान स्कोर कम आए तो चिंता होना स्वाभाविक है। सवाल उठता है — अब क्या करें?
इस विषय में जाने–माने ज्योतिषाचार्य डॉ. विनय बजरंगी (Dr. Vinay Bajrangi) बताते हैं कि केवल गुण मिलान ही शादी के लिए अंतिम निर्णय का आधार नहीं होना चाहिए। आइए विस्तार से समझते हैं।
कुंडली मिलान में कम अंक क्यों आते हैं?
गुण मिलान स्कोर आठ मुख्य पहलुओं (वर्ण, वश्य, तारा, योनि, ग्रह मैत्री, गण, भकूट और नाड़ी) पर आधारित होता है। हर एक पहलू का अपना अलग महत्व होता है। कभी–कभी, किसी एक या दो पहलुओं में गंभीर दोष होने के कारण स्कोर बहुत कम हो सकता है। उदाहरण के लिए:
· नाड़ी दोष या भकूट दोष मिलना ज्योतिषीय दृष्टि से विवाह में बाधक माना जाता है।
· ग्रहों की स्थिति जैसे मंगल दोष (मांगलिक दोष) भी गुण मिलान को प्रभावित कर सकती है।
लेकिन कम अंक आना हमेशा “ना” का संकेत नहीं होता!
कम गुण मिलान होने पर क्या करें?
डॉ. विनय बजरंगी के अनुसार, अगर गुण कम मिलते हैं, तो नीचे दिए गए उपाय अपनाए जा सकते हैं:
1. कुंडली का गहराई से विश्लेषण कराएं
केवल अष्टकूट मिलान पर निर्भर न रहें। दोनों कुंडलियों का वैवाहिक योग, दाम्पत्य सुख, स्वभाव मिलान, आर्थिक स्थिति, और स्वास्थ्य योग को भी ध्यान से देखना चाहिए। कभी–कभी, गुण भले ही कम मिलें लेकिन ग्रहों का अन्य शुभ संयोग विवाह को सफल बना सकता है।
2. दोष निवारण उपाय अपनाएं
यदि नाड़ी दोष या भकूट दोष जैसे गंभीर दोष मिलते हैं, तो उनके लिए विशेष दोष निवारण उपाय होते हैं, जैसे:
· विशेष पूजा
· व्रत
· दान
इन उपायों से नकारात्मक प्रभाव को कम किया जा सकता है।
3. मंगल दोष का समाधान
अगर एक कुंडली में मांगलिक दोष हो और दूसरी में नहीं, तो मांगलिक दोष निवारण पूजा कराई जा सकती है। कभी–कभी दोनों कुंडलियों में मंगल दोष होने पर ये दोष स्वतः निरस्त भी हो जाता है।
4. अनुभवी ज्योतिषी से सलाह लें
हर कुंडली विशेष होती है। इसलिए हमेशा किसी अनुभवी ज्योतिषी, जैसे कि डॉ. विनय बजरंगी, से व्यक्तिगत सलाह लेकर ही निर्णय लेना चाहिए।
गुण मिलान से ज्यादा महत्वपूर्ण क्या है?
· दोनों व्यक्तियों के स्वभाव और समझदारी।
· आपसी सम्मान और विश्वास।
· जीवन के प्रति दृष्टिकोण।
· पारिवारिक पृष्ठभूमि और संस्कार।
गुण मिलान एक दिशा दिखाता है, लेकिन अंतिम निर्णय केवल अंक देखकर नहीं करना चाहिए।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
Q1. क्या कम गुण मिलने पर शादी करना सही रहेगा?
Ans: अगर गुण मिलान स्कोर कम है, लेकिन कुंडली में अन्य शुभ योग हैं और दोषों का निवारण संभव है, तो विवाह किया जा सकता है। अनुभवी ज्योतिषी से गहन विश्लेषण कराना चाहिए।
Q2. नाड़ी दोष मिल जाए तो क्या विवाह नहीं करना चाहिए?
Ans: नाड़ी दोष गंभीर माना जाता है, लेकिन हर केस में इसका असर एक जैसा नहीं होता। कई बार नाड़ी दोष निवारण उपाय से इसके दुष्प्रभाव को कम किया जा सकता है।
Q3. क्या मांगलिक दोष और कम गुण मिलान एक साथ शादी में रुकावट बन सकते हैं?
Ans: हां, लेकिन समाधान संभव है। दोनों पहलुओं का समाधान और कुंडली मिलान का गहन विश्लेषण कराकर उपाय किए जा सकते हैं।
Q4. क्या डॉ. विनय बजरंगी से व्यक्तिगत परामर्श ले सकते हैं?
Ans: हां, आप डॉ. विनय बजरंगी से व्यक्तिगत कुंडली मिलान और विवाह संबंधी सलाह के लिए संपर्क कर सकते हैं।
अगर आप भी अपनी शादी से पहले सही निर्णय लेना चाहते हैं और कुंडली में आए कम गुण मिलान स्कोर को लेकर चिंतित हैं, तो किसी अनुभवी ज्योतिषी से गहन मार्गदर्शन जरूर प्राप्त करें। याद रखें, सही सलाह से आप अपने जीवन के सबसे महत्वपूर्ण निर्णय को और भी बेहतर बना सकते हैं।
किसी भी विशिष्ट मुद्दे के लिए, मेरे कार्यालय @ +91 9999113366 से संपर्क करें। भगवान आपको एक खुशहाल जीवन आनंद प्रदान करें।