जन्मतिथि के अनुसार राशियों की वैवाहिक अनुकूलता
विवाह जीवन का सबसे महत्वपूर्ण पहलू है। विवाह के लिए उपयुक्त साथी की तलाश करते समय, राशियों की अनुकूलता एक प्रचलित विषय है। माना जाता है कि राशियों का संरेखण विवाह की सफलता को निर्धारित करता है जो दोनों भागीदारों की जन्मतिथि से संबंधित राशियों पर आधारित होता है। प्रत्येक राशि की, अन्य राशियों के साथ अनुकूलता को प्रभावित करने की अपनी अलग विशेषताएं और गुण होते हैं। राशियों को चार श्रेणियों में बांटा गया है: अग्नि, पृथ्वी, वायु और जल जिसमें एक ही श्रेणी से संबंधित राशियां अधिक अनुकूल होती हैं।
विभिन्न राशियों के बीच अनुकूलता/Compatibility between different zodiac signs
प्रत्येक राशि के लिए सबसे अनुकूल राशियां
मेष राशि:
सर्वाधिक अनुकूल राशियां- सिंह और धनु राशि
अल्प संगत राशियां- कर्क और मकर राशि
वृषभ राशि:
सर्वाधिक अनुकूल राशियां- कन्या और मकर राशि
अल्प संगत राशियां- सिंह और कुंभ राशि
मिथुन राशि:
सर्वाधिक अनुकूल राशियां- तुला और कुम्भ राशि
अल्प संगत राशियां- कन्या और मीन राशि
कर्क राशि:
सर्वाधिक अनुकूल राशियां- वृश्चिक और मीन राशि
अल्प संगत राशियां- मेष और तुला राशि
सिंह राशि:
सर्वाधिक अनुकूल राशियां- मेष और धनु राशि
अल्प संगत राशियां- वृषभ और वृश्चिक राशि
कन्या राशि:
सर्वाधिक अनुकूल राशियां- वृषभ और मकर राशि
अल्प संगत राशियां- मिथुन और धनु राशि
तुला राशि:
सर्वाधिक अनुकूल राशियां- मिथुन और कुंभ राशि
अल्प संगत राशियां- कर्क और मकर राशि
वृश्चिक राशि:
सर्वाधिक अनुकूल राशियां- कर्क और मीन राशि
अल्प संगत राशियां- सिंह और कुंभ राशि
धनु राशि:
सर्वाधिक अनुकूल राशियां- मेष और सिंह राशि
अल्प संगत राशियां- वृषभ और वृश्चिक राशि
मकर राशि:
सर्वाधिक अनुकूल राशियां- वृषभ और कन्या राशि
अल्प संगत राशियां- मेष और तुला राशि
कुंभ राशि:
सर्वाधिक अनुकूल राशियां- मिथुन और तुला राशि
अल्प संगत राशियां- वृषभ और वृश्चिक राशि
मीन राशि:
सर्वाधिक अनुकूल राशियां- कर्क और वृश्चिक राशि
अल्प संगत राशियां- मिथुन और धनु राशि
2023 में किन राशियों का हो सकता है विवाह/Which sign will marry in 2023?
विवाह व्यक्ति के जीवन की एक महत्वपूर्ण घटना है जिसे कराने वाले ग्रह, अधिकांशतः बृहस्पति और राहु होते हैं। जहां, विवाह के कारक रूप में बृहस्पति होने वाले विवाह को प्रभावित करता है वहीं, आकस्मिक घटनाओं का कारक ग्रह राहु तथा राहु का गोचर और दशाएं आकस्मिक विवाह का कारण बनती हैं। अप्रैल में बृहस्पति का मेष राशि में गोचर होने के कारण, 2023 में मेष, सिंह, धनु और तुला राशि के प्रबल वैवाहिक योग बन रहे हैं। वहीं, 2023 में राहु भी बृहस्पति के साथ स्थित रहेगा जिससे दोनों ग्रह इन राशियों के विवाह में दोहरा प्रभाव उत्पन्न करेंगे।
विवाह किस आयु में होगा और विवाह के लिए उत्तम समय कौन सा है/ At what age will marriage happen and what is best time to get married
जन्मतिथि, समय और स्थान की व्यक्तिगत जानकारी के आधार पर, विवाह की आयु के संबंध में सटीक ज्योतिषीय भविष्यवाणी की जा सकती है। ज्योतिष के अनुसार विवाह का समय ग्रहों की स्थिति और युति के साथ ही, वैवाहिक संबंधों वाले सातवें भाव तथा ग्रहों की अवधि या दशाओं जैसे विभिन्न कारकों द्वारा निर्धारित किया जाता है। ये कारक प्रत्येक व्यक्ति की जन्मकुंडली के आधार पर अलग-अलग होते हैं। इसके अतिरिक्त, विवाह का समय व्यक्तिगत विकल्पों, सांस्कृतिक मानदंडों और सामाजिक अपेक्षाओं जैसे अन्य कारकों से भी प्रभावित हो सकता है। ज्योतिष, जीवन और भविष्य की संभावनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त करने का एक साधन मात्र है। इसलिए यह जीवन संबंधी महत्वपूर्ण निर्णय लेने का एकमात्र आधार नहीं होना चाहिए।
ज्योतिष में, सातवां भाव घर, विवाह और साझेदारी का भाव होता है इसलिए सातवें भाव में ग्रहों की स्थिति और उनकी अन्य ग्रहों के साथ युति, विवाह के समय के बारे में जानकारी प्रकट कर सकती है। उदाहरण के तौर पर, सातवें भाव में शुक्र या बृहस्पति जैसे शुभ ग्रहों के स्थित होने पर, यह शीघ्र या समय पूर्व विवाह का संकेत देता है। दूसरी ओर, सातवें भाव में शनि या मंगल जैसे कठोर ग्रहों के स्थित होने या दृष्टि डालने पर, यह विवाह में देरी या बाधाओं का संकेत देता है। इसके अलावा, ग्रहों की अवधि या दशाएं भी विवाह के समय को प्रभावित कर सकती हैं। प्रत्येक व्यक्ति, अलग-अलग समय पर अलग-अलग ग्रहों की अवधि या दशाओं से गुजरता है जो वैवाहिक संबंधों से संबंधित अवधि का संकेत देते हैं।
वैवाहिक अनुकूलता कैलकुलेटर/ Marriage Compatibility Calculator
वैवाहिक अनुकूलता कैलकुलेटर एक ऑनलाइन उपकरण है जो निःशुल्क विवाह संबंधी भविष्यवाणियां प्रदान करता है। इस कैलकुलेटर में व्यक्ति को अपने साथ-साथ अपने पार्टनर की जन्मतिथि, समय और जन्मस्थान आदि जन्म विवरण दर्ज करने की आवश्यकता होती है और उसके बाद, ज्योतिष के कुंडली मिलान का प्रयोग करना होता है। मूलभूत रूप से, किसी भी संबंध की सफलता दोनों पार्टनर्स की प्रतिबद्धता, प्रयास और संचार पर निर्भर करती है। अतः, जन्मकुंडली के आधार पर कुंडली मिलान करके व्यक्तिगत मार्गदर्शन पाने के लिए, हमेशा एक पेशेवर ज्योतिषी से परामर्श करने का सुझाव दिया जाता है।