KundliHindi https://kundlihindi.com/ My WordPress Blog Mon, 12 May 2025 06:01:51 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.8.1 https://i0.wp.com/kundlihindi.com/wp-content/uploads/2022/11/cropped-kundlihindi.png?fit=32%2C32&ssl=1 KundliHindi https://kundlihindi.com/ 32 32 214685846 क्या शादी सच में कुंडली और कुंडली मिलान पर निर्भर करती है? https://kundlihindi.com/blog/does-marriage-depend-on-horoscope-matching/ https://kundlihindi.com/blog/does-marriage-depend-on-horoscope-matching/#respond Mon, 12 May 2025 06:01:51 +0000 https://kundlihindi.com/?p=3578 भारत में विवाह केवल दो लोगों का मिलन नहीं है, बल्कि दो परिवारों का सामाजिक और आध्यात्मिक बंधन है। इस बंधन को मजबूत और दीर्घकालिक बनाने के लिए सदियों से कुंडली मिलान की परंपरा चली आ रही है। लेकिन सवाल यह उठता है — क्या शादी सच में कुंडली और कुंडली मिलान पर निर्भर करती है? आधुनिक युग में कई...

The post क्या शादी सच में कुंडली और कुंडली मिलान पर निर्भर करती है? appeared first on KundliHindi.

]]>

भारत में विवाह केवल दो लोगों का मिलन नहीं है, बल्कि दो परिवारों का सामाजिक और आध्यात्मिक बंधन है। इस बंधन को मजबूत और दीर्घकालिक बनाने के लिए सदियों से कुंडली मिलान की परंपरा चली रही है। लेकिन सवाल यह उठता है — क्या शादी सच में कुंडली और कुंडली मिलान पर निर्भर करती है?

आधुनिक युग में कई लोग इस परंपरा को केवल एक औपचारिकता मानते हैं, वहीं दूसरी ओर कुछ ऐसे भी लोग हैं जो कुंडली मिलान से विवाह की सफलता को जोड़कर देखते हैं। तो आइए ज्योतिष की दृष्टि से इस विषय पर गहराई से विचार करें।

कुंडली मिलान का महत्व

कुंडली मिलान क्या है?
जब दो लोगों के जन्म के समय, तारीख और स्थान के आधार पर उनकी जन्म कुंडलियां बनाई जाती हैं, तो उन्हें आपस में मिलाकर देखा जाता है कि उनके बीच कितना ग्रहसामंजस्य है। यह प्रक्रिया गुण मिलान (Ashtakoota Milan) पर आधारित होती है जिसमें कुल 36 गुण होते हैं।

अगर इन गुणों में से कम से कम 18 गुण मेल खाते हैं तो विवाह के लिए कुंडली को उपयुक्त माना जाता है। यदि यह 25 से ऊपर हो तो बहुत ही अच्छा संयोग माना जाता है।

मुख्य गुण जो मिलाए जाते हैं:

·  वर और वधू की मानसिकता (गुण)

·  सेहत और आयु (नाड़ी दोष)

·  आर्थिक स्थिरता (भविष्य की योजना)

·  संतान योग

·  मांगलिक दोष (Mangal Dosh)

क्या केवल कुंडली मिलान काफी है?

डॉ. विनय बजरंगी, एक प्रसिद्ध वैदिक ज्योतिषाचार्य, कहते हैं किकेवल गुण मिलान ही नहीं, कुंडली में योग, दोष और ग्रहों की स्थिति को भी गहराई से समझना जरूरी होता हैअक्सर लोग केवल गुण देखकर निर्णय लेते हैं, लेकिन कुंडली में छिपे ग्रह दोषदशा प्रणाली, और भाग्य के संकेत को नजरअंदाज कर देते हैं।

उदाहरण के लिए, यदि दोनों की कुंडलियों में एक जैसा सप्तम भाव (विवाह भाव) कमजोर हो, तो विवाह के बाद मानसिक संघर्ष हो सकता है, चाहे गुण मिलान में उच्च स्कोर ही क्यों हो।

आधुनिक समय में कुंडली मिलान की प्रासंगिकता

आज के दौर में जहां लव मैरिज आम होती जा रही है, वहां कुंडली मिलान का रोल थोड़ा अलग हो गया है। डॉ. विनय बजरंगी का कहना है कि लव मैरिज में भी कुंडली की जांच बेहद जरूरी होती है, ताकि भविष्य में टकराव, संतान से जुड़ी समस्याएं या आर्थिक परेशानियों से बचा जा सके।

ज्योतिष एक गाइडलाइन प्रदान करता है, जो शादी से पहले एक सशक्त निर्णय लेने में मदद करता है।

क्या कुंडली नहीं मिलने पर शादी नहीं हो सकती?

यह कहना बिल्कुल गलत होगा। कई बार गुण मिलान में कम अंक होने पर भी अगर कुंडली में अन्य शुभ योग हों, तो विवाह सफल होता है। ऐसे मामलों में अनुभवी ज्योतिषी जैसे कि डॉ. विनय बजरंगी, कुंडली/kundli का गहराई से विश्लेषण कर समाधान बताते हैं।

इसके अलावा, कुछ विशेष उपाय जैसे दोष निवारण अनुष्ठानरुद्राभिषेकमंत्र जाप, आदि से नकारात्मक प्रभाव को कम किया जा सकता है।

निष्कर्ष

इसलिए यह कहना बिल्कुल उचित होगा कि शादी और कुंडली मिलान एकदूसरे से गहराई से जुड़े हुए हैं। कुंडली मिलान का उद्देश्य केवल गुण गिनना नहीं, बल्कि एक स्थायी, सुखी और संतुलित दांपत्य जीवन सुनिश्चित करना है।

यदि आप विवाह की योजना बना रहे हैं या किसी रिश्ते को लेकर दुविधा में हैं, तो डॉ. विनय बजरंगी जैसे अनुभवी ज्योतिषाचार्य से सलाह लेना आपके भविष्य को सकारात्मक दिशा दे सकता है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

1. क्या बिना कुंडली मिलान के विवाह संभव है?

हाँ, संभव है लेकिन यह जोखिमपूर्ण हो सकता है। विवाह के बाद समस्याओं की संभावना अधिक हो सकती है, इसलिए कुंडली मिलवाना समझदारी भरा कदम है।

2. अगर कुंडली नहीं मिले तो क्या उपाय है?

अगर गुण मिलान कम हो, तो दोष निवारण उपायमंत्र जाप या विशेष पूजा से शादी को सफल बनाया जा सकता है।

3. क्या लव मैरिज के लिए भी कुंडली मिलवाना जरूरी है?

हाँ, लव मैरिज में भी ग्रहों की स्थिति और भविष्य के योग को देखना जरूरी होता है।

4. क्या कुंडली मिलान से तलाक की आशंका कम हो सकती है?

अगर कुंडली सही से मिलाई जाए और सही उपाय किए जाएं तो तलाक की आशंका को काफी हद तक रोका जा सकता है।

5. डॉ. विनय बजरंगी से कैसे संपर्क करें?

आप उनकी ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर या सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से संपर्क कर सकते हैं। वे ऑनलाइन कुंडली मिलान और परामर्श सेवाएं भी प्रदान करते हैं।

किसी भी विशिष्ट मुद्दे के लिए, मेरे कार्यालय @ +91 9999113366 से संपर्क करें। भगवान आपको एक खुशहाल जीवन आनंद प्रदान करें।

Read more: Kundli milan | Marriage Astrology

The post क्या शादी सच में कुंडली और कुंडली मिलान पर निर्भर करती है? appeared first on KundliHindi.

]]>
https://kundlihindi.com/blog/does-marriage-depend-on-horoscope-matching/feed/ 0 3578
हमारी कुंडली मिलान बहुत अच्छी है, लेकिन मुझे मंगल दोष है, मुझे क्या करना चाहिए? https://kundlihindi.com/blog/mangal-dosha-in-kundli/ https://kundlihindi.com/blog/mangal-dosha-in-kundli/#respond Sat, 10 May 2025 09:46:29 +0000 https://kundlihindi.com/?p=3575 कुंडली मिलान वैवाहिक जीवन की सफलता के लिए एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया मानी जाती है। यदि आपकी और आपके साथी की कुंडलियां बहुत अच्छी तरह से मेल खाती हैं, लेकिन आपकी कुंडली में मंगल दोष (Mangal Dosha) है, तो यह चिंता का विषय हो सकता है। तो सवाल है – अगर गुण मिलान अच्छा है लेकिन मंगल दोष मौजूद है, तो विवाह करना...

The post हमारी कुंडली मिलान बहुत अच्छी है, लेकिन मुझे मंगल दोष है, मुझे क्या करना चाहिए? appeared first on KundliHindi.

]]>

कुंडली मिलान वैवाहिक जीवन की सफलता के लिए एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया मानी जाती है। यदि आपकी और आपके साथी की कुंडलियां बहुत अच्छी तरह से मेल खाती हैं, लेकिन आपकी कुंडली में मंगल दोष (Mangal Dosha) है, तो यह चिंता का विषय हो सकता है।

तो सवाल हैअगर गुण मिलान अच्छा है लेकिन मंगल दोष मौजूद है, तो विवाह करना चाहिए या नहीं? इस स्थिति में क्या उपाय किए जा सकते हैं?

इस लेख में हम इसी विषय पर विस्तार से चर्चा करेंगे और साथ ही Dr. Vinay Bajrangi के विचार भी साझा करेंगे।

क्या होता है मंगल दोष?

मंगल दोष, जिसे मंगली दोष भी कहा जाता है, तब बनता है जब जन्म कुंडली में मंगल ग्रह पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें भाव में स्थित हो। यह दोष विवाह जीवन में अशांति, विवाद, और कभीकभी स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी उत्पन्न कर सकता है।

इसलिए, भले ही आपकी और आपके साथी की कुंडली मिलान बहुत अच्छी हो, यदि किसी एक की कुंडली में मंगल दोष है, तो शादी से पहले विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है।

जब गुण मिलान अच्छा हो और मंगल दोष भी होतब क्या करें?

Dr. Vinay Bajrangi, जो एक प्रसिद्ध वैदिक ज्योतिषाचार्य हैं, कहते हैं:
गुण मिलान अकेला आधार नहीं होना चाहिए शादी के लिए। मंगल दोष की गहराई से जांच और समाधान आवश्यक होता है।

निम्नलिखित उपाय अपनाए जा सकते हैं:

1.    दोनों कुंडलियों में मंगल दोष हो
यदि वर और वधू दोनों की कुंडली में मंगल दोष है, तो इसे दोष संतुलन माना जाता है। इस स्थिति में विवाह किया जा सकता है, लेकिन फिर भी विशेषज्ञ की राय जरूरी है।

2.    मंगल दोष की तीव्रता की जांच करें
सभी मंगल दोष एक जैसे प्रभाव नहीं डालते। कुछ मामलों में यह दोष कमजोर होता है या किसी शुभ ग्रह द्वारा शांति पाता है।

3.    मांगलिक दोष निवारण उपाय करें

o    हनुमान चालीसा का नियमित पाठ

o    मंगलवार के दिन व्रत रखना

o    मंगल यंत्र की स्थापना

o    कुमारी कन्या या पीपल वृक्ष से विवाह

o    मंगल शांति पूजा
यह उपाय Dr. Vinay Bajrangi जैसे अनुभवी ज्योतिषाचार्य की सलाह से करें।

4.    ज्योतिषीय काउंसलिंग लें
केवल ऑनलाइन गुण मिलान या ऐप्स से समाधान नहीं मिलता। Dr. Vinay Bajrangi जैसे अनुभवी विशेषज्ञ ही सही मार्गदर्शन कर सकते हैं।

क्या मंगल दोष के बावजूद शादी संभव है?

हाँ, संभव हैयदि सही उपाय किए जाएं और योग्य ज्योतिषीय विश्लेषण हो। कई बार मंगल दोष मिथ्या साबित होता है जब कुंडली की पूरी गहराई से जांच की जाती है।

FAQs: मंगल दोष और कुंडली मिलान

Q1: अगर कुंडली मिलान अच्छा है, लेकिन मुझे मंगल दोष है तो क्या शादी हो सकती है?
Ans: हाँ, हो सकती है। यदि दोनों में मंगल दोष हो या दोष का प्रभाव कम हो तो योग्य उपायों के साथ विवाह संभव है।

Q2: मंगल दोष कैसे पता चलता है?
Ans: जन्म कुंडली में मंगल की स्थिति को देखकर। अगर मंगल 1st, 4th, 7th, 8th या 12th भाव में है तो मंगल दोष माना जाता है।

Q3: क्या मंगल दोष जीवनभर रहता है?
Ans: नहीं, कुछ दशाओं में यह उम्र के साथ असर खो देता है। कई बार कुंडली के अन्य ग्रह मंगल दोष को शांत कर देते हैं।

Q4: क्या मांगलिक व्यक्ति की कुंडली बिना जांच के मिलानी चाहिए?
Ans: नहीं। बिना किसी विशेषज्ञ की सलाह के मांगलिक दोष को नजरअंदाज करना गलत हो सकता है।

Q5: मंगल दोष का समाधान क्या है?
Ans: मंगल शांति पूजा, हनुमान जी की उपासना, मंगल यंत्र, कुमारी विवाह आदि। Dr. Vinay Bajrangi जैसे विशेषज्ञ से सलाह लेना बेहतर रहेगा।

निष्कर्ष

कुंडली मिलान भले ही उत्कृष्ट हो, लेकिन अगर आपकी कुंडली में मंगल दोष है, तो इसे नजरअंदाज करना समझदारी नहीं है। विवाह एक जीवनभर का बंधन है, और इसकी नींव सही होनी चाहिए।

यदि आप असमंजस में हैं कि क्या करना चाहिए, तो Dr. Vinay Bajrangi जैसे अनुभवी और वैज्ञानिक दृष्टिकोण रखने वाले ज्योतिषी से सलाह लें। उनकी सलाह आपको केवल समाधान देगी बल्कि एक सकारात्मक दृष्टिकोण भी प्रदान करेगी।

किसी भी विशिष्ट मुद्दे के लिए, मेरे कार्यालय @ +91 9999113366 से संपर्क करें। भगवान आपको एक खुशहाल जीवन आनंद प्रदान करें।

Read more: Health Astrology | Kundli matching | Free Astrology Calculators | Marriage Astrology

The post हमारी कुंडली मिलान बहुत अच्छी है, लेकिन मुझे मंगल दोष है, मुझे क्या करना चाहिए? appeared first on KundliHindi.

]]>
https://kundlihindi.com/blog/mangal-dosha-in-kundli/feed/ 0 3575
जन्म कुंडली में आयु योग : लम्बी आयु योग के उपाय https://kundlihindi.com/blog/yoga-for-long-life-in-kundli/ https://kundlihindi.com/blog/yoga-for-long-life-in-kundli/#respond Fri, 09 May 2025 10:24:09 +0000 https://kundlihindi.com/?p=3571 भारतीय वैदिक ज्योतिष में जन्म कुंडली के माध्यम से व्यक्ति के जीवन के अनेक पहलुओं का विश्लेषण किया जाता है, जिनमें सबसे महत्वपूर्ण है – आयु योग। हर कोई जानना चाहता है कि उसकी आयु कितनी होगी, क्या उसकी लम्बी उम्र होगी या नहीं, और अगर कोई आयु संबंधित दोष है तो उसके उपाय क्या हैं। डॉ. विनय बजरंगी जैसे अनुभवी ज्योतिषाचार्य बताते हैं...

The post जन्म कुंडली में आयु योग : लम्बी आयु योग के उपाय appeared first on KundliHindi.

]]>

भारतीय वैदिक ज्योतिष में जन्म कुंडली के माध्यम से व्यक्ति के जीवन के अनेक पहलुओं का विश्लेषण किया जाता है, जिनमें सबसे महत्वपूर्ण है – आयु योग हर कोई जानना चाहता है कि उसकी आयु कितनी होगी, क्या उसकी लम्बी उम्र होगी या नहीं, और अगर कोई आयु संबंधित दोष है तो उसके उपाय क्या हैं।

डॉ. विनय बजरंगी जैसे अनुभवी ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि कुंडली में लम्बी आयु योग की गणना विशेष नियमों और ग्रहों की स्थिति के आधार पर की जाती है। चलिए विस्तार से जानते हैं कि कुंडली में आयु योग कैसे बनते हैं और लम्बी आयु पाने के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं।

कुंडली में आयु का निर्धारण कैसे होता है?

कुंडली में आयु का अनुमान मुख्यतः निम्नलिखित बातों को देखकर लगाया जाता है:

·  लग्न भाव और उसका स्वामी

·  आठवां भाव (आयु भाव) और उसका स्वामी

·  शनि ग्रह की स्थिति और दृष्टि

·  मंगलराहु, और केतु की भूमिका

·  दशा और अंतरदशा का प्रभाव

यदि लग्न और अष्टम भाव मजबूत हैं और शुभ ग्रहों की दृष्टि इन पर है, तो व्यक्ति को दीर्घायु योग प्राप्त होता है।

लम्बी आयु के प्रमुख योग

1.    शुभ ग्रहों जैसे बुधगुरु और शुक्र का लग्न और अष्टम भाव में होना

2.    शनि का शुभ स्थान पर स्थित होना और पाप दृष्टि से मुक्त होना

3.    आठवें भाव में शुभ ग्रहों की दृष्टि

4.    कुंडली में अष्टमेश (8वें भाव का स्वामी) का बलवान होना

5.    सप्तम भाव और दशम भाव का मजबूत होना (जीवन के संतुलन और कर्म का संकेत)

इन सभी योगों का सही विश्लेषण किसी विशेषज्ञ ज्योतिषी जैसे Dr. Vinay Bajrangi से करवाना चाहिए ताकि सही दिशा और उपाय मिल सकें।

कम आयु के संकेत

कुछ कुंडलियों में अल्पायु योग भी पाए जाते हैं, जैसे:

·  अष्टम भाव में राहु और केतु का प्रभाव

·  शनि और मंगल की युति या दृष्टि अष्टम या लग्न भाव पर

·  लग्नेश की नीच राशि में स्थिति

·  जन्म के समय चंद्रमा और सूर्य दोनों पाप ग्रहों से पीड़ित होना

ऐसे योगों में व्यक्ति की आयु कम हो सकती है, लेकिन उपयुक्त उपाय करने से जीवन को सुरक्षित और स्वस्थ बनाया जा सकता है।

लम्बी आयु पाने के उपाय (Long Life Remedies in Astrology)

1.    मंगलवार और शनिवार को हनुमान जी की पूजा करें

2.    महामृत्युंजय मंत्र का जाप रोजाना 108 बार करें

3.    शनि और राहु के दोष निवारण हेतु दान करेंजैसे काले तिल, कंबल, लोहे का सामान

4.    अष्टचिरंजीवी स्तोत्र का पाठ करें

5.    अपने कर्मों को सुधारेंसत्य बोलना, बड़ों का सम्मान, और सात्विक जीवन जीना

Dr. Vinay Bajrangi कहते हैं कि वैदिक उपायों के साथसाथ जीवनशैली और सोच में सकारात्मक परिवर्तन भी लम्बी उम्र के लिए आवश्यक है।

Astrology Consultation

FAQs – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

Q1. क्या जन्म कुंडली से आयु का सटीक अनुमान लगाया जा सकता है?

उत्तर: हां, अगर कुंडली में ग्रहों की स्थिति, दशाएं और योगों का सही विश्लेषण किया जाए, तो काफी हद तक आयु का अनुमान लगाया जा सकता है। यह कार्य अनुभवी ज्योतिषाचार्य द्वारा ही संभव है।

Q2. क्या अल्पायु योग को लम्बी आयु में बदला जा सकता है?

उत्तर: पूर्ण रूप से नहीं, लेकिन वैदिक उपाय, पूजापाठ, और जीवनशैली में बदलाव से जीवन को संतुलित सुरक्षित बनाया जा सकता है।

Q3. क्या महामृत्युंजय मंत्र लम्बी आयु के लिए असरकारी है?

उत्तर: हां, यह अत्यंत प्रभावशाली मंत्र है, जिसे नियमित जाप से मृत्यु के भय, रोग और अशुभ ग्रहों से बचा जा सकता है।

Q4. लम्बी आयु के लिए सबसे प्रभावी उपाय क्या है?

उत्तर: नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठदानपुण्य, और नैतिक जीवन जीना सबसे प्रभावी उपायों में गिना जाता है।

Q5. Dr. Vinay Bajrangi से कुंडली में आयु का विश्लेषण कैसे करवाएं?

उत्तर: आप Dr. Vinay Bajrangi की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर या उनके कार्यालय में संपर्क कर अपनी कुंडली का आयु विश्लेषण/ life span prediction by kundali करवा सकते हैं। वे अनुभवी और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से कुंडली का गहन अध्ययन करते हैं।

निष्कर्ष

जन्म कुंडली में आयु योग का विश्लेषण जीवन की एक बहुत ही संवेदनशील जानकारी है। इसे सिर्फ विद्वान ज्योतिषाचार्य से ही करवाना चाहिए। अगर आप अपनी आयु, स्वास्थ्य विश्लेषण और दीर्घायु को लेकर चिंतित हैं, तो Dr. Vinay Bajrangi जैसे प्रतिष्ठित ज्योतिषी से सलाह जरूर लें। साथ ही ऊपर बताए गए लम्बी आयु के उपाय अपनाएं और जीवन को सकारात्मक और शांतिपूर्ण बनाएं।

किसी भी विशिष्ट मुद्दे के लिए, मेरे कार्यालय @ +91 9999113366 से संपर्क करें। भगवान आपको एक खुशहाल जीवन आनंद प्रदान करें।

Read more: दैनिक राशिफल | Kundli milan | Free Astrology Calculators | Marriage Astrology

The post जन्म कुंडली में आयु योग : लम्बी आयु योग के उपाय appeared first on KundliHindi.

]]>
https://kundlihindi.com/blog/yoga-for-long-life-in-kundli/feed/ 0 3571
क्या मेरी कुंडली में जीवन की कोई बड़ी घटना की भविष्यवाणी की गई है? https://kundlihindi.com/blog/kundli-mein-jeevan-ki-bhavishyavani/ https://kundlihindi.com/blog/kundli-mein-jeevan-ki-bhavishyavani/#respond Thu, 08 May 2025 07:29:02 +0000 https://kundlihindi.com/?p=3567 हर किसी के जीवन में कुछ ऐसे मोड़ आते हैं, जो उसके भाग्य को पूरी तरह से बदल देते हैं। कभी यह कोई बड़ी सफलता होती है, तो कभी कोई अप्रत्याशित परेशानी। ऐसे मोड़ पहले से ही आपकी जन्म कुंडली में संकेतित होते हैं। तो सवाल उठता है – क्या मेरी कुंडली में जीवन की...

The post क्या मेरी कुंडली में जीवन की कोई बड़ी घटना की भविष्यवाणी की गई है? appeared first on KundliHindi.

]]>

हर किसी के जीवन में कुछ ऐसे मोड़ आते हैं, जो उसके भाग्य को पूरी तरह से बदल देते हैं। कभी यह कोई बड़ी सफलता होती है, तो कभी कोई अप्रत्याशित परेशानी। ऐसे मोड़ पहले से ही आपकी जन्म कुंडली में संकेतित होते हैं। तो सवाल उठता है – क्या मेरी कुंडली में जीवन की कोई बड़ी घटना की भविष्यवाणी की गई है?

इस सवाल का उत्तर छिपा है आपकी जन्म कुंडली यानी नैटिव चार्ट में। Dr. Vinay Bajrangi, एक प्रतिष्ठित ज्योतिषाचार्य, का मानना है कि अगर कुंडली का सही विश्लेषण किया जाए, तो व्यक्ति अपने जीवन की बड़ी घटनाओं को पहले से जान सकता है।

जीवन की बड़ी घटनाएं कौनसी हो सकती हैं?

जब हम जीवन की बड़ी घटनाओं की बात करते हैं, तो इनमें शामिल हो सकते हैं:

·  सरकारी नौकरी या प्रमोशन

·  विदेश यात्रा या सेटलमेंट

·  शादी या तलाक

·  धन लाभ या आर्थिक हानि

·  बीमारी या एक्सीडेंट

·  संतान सुख या कष्ट

·  आध्यात्मिक परिवर्तन या साधना

इन घटनाओं की भविष्यवाणी आपकी कुंडली में ग्रहों की दशा और गोचर के माध्यम से की जाती है।

कुंडली में बड़ी घटनाओं के योग कैसे पहचाने?

Dr. Vinay Bajrangi बताते हैं कि दशाबुक्तिगोचर, और लग्न कुंडली तीनों का संयुक्त विश्लेषण कर के जीवन की प्रमुख घटनाओं की भविष्यवाणी की जा सकती है। कुछ मुख्य संकेत होते हैं:

1. दशा और अंतरदशा (Mahadasha & Antardasha):

जब किसी शुभ ग्रह की महादशा और अंतरदशा शुरू होती है, तो व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन होते हैं।

2. गोचर (Transit):

जब शनिगुरु, या राहुकेतु जैसे ग्रह आपकी कुंडली के विशेष भावों पर गोचर करते हैं, तो वे जीवन परिवर्तन का कारण बन सकते हैं।

3. भावों की स्थिति:

उदाहरण के लिए, यदि आपकी कुंडली में दसवें भाव में कोई मजबूत ग्रह है और वह दशा में आता है, तो आपको करियर में बड़ी सफलता मिल सकती है।

क्या हर किसी की कुंडली में बड़ी घटनाएं होती हैं?

जी हाँ, हर व्यक्ति की कुंडली में कुछ कुछ प्रमुख घटनाएं जरूर लिखी होती हैं। फर्क सिर्फ इतना होता है कि कुछ घटनाएं सकारात्मक होती हैं और कुछ नकारात्मक सही समय पर जानकारी हो तो नकारात्मक घटनाओं से बचाव भी किया जा सकता है। Dr. Vinay Bajrangi के अनुसार, एक सटीक ज्योतिषीय मार्गदर्शन आपको इन घटनाओं का सामना करने के लिए तैयार कर सकता है।

क्यों जरूरी है कुंडली विश्लेषण?

आज के समय में जब हर इंसान अपनी जिंदगी की दिशा को लेकर उलझन में है, तब कुंडली का सटीक विश्लेषण एक मार्गदर्शक की तरह काम करता है। इससे केवल आप भविष्य की बड़ी घटनाओं को समझ सकते हैं, बल्कि सही निर्णय भी ले सकते हैं।

Dr. Vinay Bajrangi से मार्गदर्शन क्यों लें?

·  दशकों का ज्योतिषीय अनुभव

·  वैज्ञानिक और आध्यात्मिक दोनों दृष्टिकोण

·  हजारों संतुष्ट ग्राहक

·  जीवन की बड़ी घटनाओं की सटीक भविष्यवाणी

यदि आप भी जानना चाहते हैं कि क्या आपकी कुंडली में कोई बड़ी घटना लिखी है, तो Dr. Vinay Bajrangi से परामर्श अवश्य लें।

FAQs:

प्रश्न 1: क्या कुंडली से जीवन की कोई दुर्घटना या संकट पता चल सकता है?

उत्तर: हाँ, कुंडली में ग्रहों की स्थिति देखकर यह पता चल सकता है कि किस समय जीवन में कोई संकट सकता है। इससे बचाव के उपाय भी संभव हैं।

प्रश्न 2: क्या शादी, करियर या विदेश यात्रा की भी भविष्यवाणी की जा सकती है?

उत्तर: बिल्कुल, कुंडली में शादी योगसरकारी नौकरी योग, और विदेश योग साफ दिखाई देते हैं।

प्रश्न 3: Dr. Vinay Bajrangi की सलाह कैसे ली जा सकती है?

उत्तर: आप उनकी आधिकारिक वेबसाइट या किसी भी ज्योतिष पोर्टल के माध्यम से अपॉइंटमेंट बुक कर सकते हैं।

प्रश्न 4: क्या जीवन की नकारात्मक घटनाओं से बचा जा सकता है?

उत्तर: हाँ, अगर समय रहते कुंडली का विश्लेषण किया जाए, तो उपायों के माध्यम से प्रभाव को कम किया जा सकता है।

निष्कर्ष:

आपकी कुंडली आपके जीवन का ब्लूप्रिंट है। यदि आप जानना चाहते हैं किक्या मेरी कुंडली में जीवन की कोई बड़ी घटना की भविष्यवाणी की गई है,” तो इसका उत्तर आपकी जन्मपत्री में छिपा है। आज ही एक सटीक कुंडली विश्लेषण करवाएं और अपने जीवन को सही दिशा में आगे बढ़ाएं।

किसी भी विशिष्ट मुद्दे के लिए, मेरे कार्यालय @ +91 9999113366 से संपर्क करें। भगवान आपको एक खुशहाल जीवन आनंद प्रदान करें।

Read more: दैनिक राशिफल | Kundli milan

The post क्या मेरी कुंडली में जीवन की कोई बड़ी घटना की भविष्यवाणी की गई है? appeared first on KundliHindi.

]]>
https://kundlihindi.com/blog/kundli-mein-jeevan-ki-bhavishyavani/feed/ 0 3567
आपकी जन्म कुंडली के अनुसार नौकरी संबंधी समस्याएँ कैसे जानें https://kundlihindi.com/blog/job-issues-in-kundli/ https://kundlihindi.com/blog/job-issues-in-kundli/#respond Tue, 06 May 2025 08:15:27 +0000 https://kundlihindi.com/?p=3563 आज के प्रतिस्पर्धी युग में सरकारी नौकरी या प्राइवेट जॉब की तलाश हर युवा की प्राथमिकता होती है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इतनी मेहनत और योग्यताओं के बावजूद भी कुछ लोगों को नौकरी मिलने में कठिनाई क्यों होती है? इसका उत्तर आपकी जन्म कुंडली में छिपा होता है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार, आपकी कुंडली में कुछ ऐसे योग और ग्रह स्थिति...

The post आपकी जन्म कुंडली के अनुसार नौकरी संबंधी समस्याएँ कैसे जानें appeared first on KundliHindi.

]]>

आज के प्रतिस्पर्धी युग में सरकारी नौकरी या प्राइवेट जॉब की तलाश हर युवा की प्राथमिकता होती है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इतनी मेहनत और योग्यताओं के बावजूद भी कुछ लोगों को नौकरी मिलने में कठिनाई क्यों होती है? इसका उत्तर आपकी जन्म कुंडली में छिपा होता है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार, आपकी कुंडली में कुछ ऐसे योग और ग्रह स्थिति होती हैं, जो कैरियर में रुकावटट्रांसफर की परेशानी, या नौकरी में अस्थिरता का कारण बनती हैं।

जन्म कुंडली में नौकरी से संबंधित ग्रह

ज्योतिष शास्त्र के अनुसारदशम भाव (10वां भाव) व्यक्ति की नौकरी और कैरियर को दर्शाता है। इस भाव का स्वामी ग्रह और उसमें स्थित ग्रहों की स्थिति से यह पता चलता है कि व्यक्ति को किस क्षेत्र में सफलता मिलेगी और कब उसे नौकरी मिलने की संभावना है।

·  शनि: यह कर्म और मेहनत का ग्रह है। यदि शनि शुभ स्थिति में हो तो व्यक्ति को मेहनत के अनुसार फल अवश्य मिलता है।

·  बुध: यह ग्रह बुद्धि, संवाद और बिजनेस से संबंधित होता है। बुध की मजबूत स्थिति सरकारी जॉब योग और कॉर्पोरेट सेक्टर में सफलता दिलाती है।

·  सूर्य: सूर्य सरकार का प्रतिनिधित्व करता है। यदि सूर्य और दशम भाव में संबंध है तो यह सरकारी नौकरी मिलने के योग बनाता है।

·  राहु और केतु: ये छाया ग्रह होते हैं। इनकी गलत स्थिति नौकरी में अस्थिरताअचानक ट्रांसफर, या नौकरी छूटने जैसी समस्याएं दे सकती है।

कुंडली में नौकरी संबंधी समस्याओं के कारण

1.    दशम भाव में पाप ग्रहों का प्रभाव – जैसे शनि, मंगल या राहु का अशुभ प्रभाव कैरियर में बाधा उत्पन्न कर सकता है।

2.    दशमेश की नीच राशि में स्थिति – नौकरी में प्रमोशन नहीं मिलता, अथवा कार्यस्थल पर तनाव बना रहता है।

3.    शुभ दशा/अंतर्दशा का अभाव – गलत समय पर चल रही दशाएं नौकरी छिनने या मनपसंद जॉब मिलने का कारण बनती हैं।

4.    विदेश यात्रा योग और नौकरी – कई बार कुंडली में विदेश योग होते हैं लेकिन व्यक्ति देश में नौकरी ढूंढ रहा होता है, जिससे परेशानी आती है।

नौकरी में सफलता के लिए उपाय

Dr. Vinay Bajrangi, जो कि जानेमाने ज्योतिषाचार्य हैं, कहते हैं कि नौकरी की समस्याओं का समाधान आपकी जन्म कुंडली के विश्लेषण से संभव है। कुछ सामान्य उपाय जो अक्सर कुंडली आधारित होते हैं:

·  दशम भाव और दशमेश की शांति हेतु विशेष पूजन

·  शनि और राहु के लिए दानपुण्य जैसे काले तिल, सरसों का तेल आदि का दान।

·  रोज सुबह सूर्य को जल अर्पण करें ताकि सूर्य मजबूत हो और सरकारी नौकरी में सफलता मिले।

·  बुधवार को हरे वस्त्र पहनें और गणेश जी की पूजा करें, जिससे बुध ग्रह मज़बूत होता है और इंटरव्यू में सफलता मिलती है।

नौकरी संबंधित ज्योतिष सेवाएं

Dr. Vinay Bajrangi की वेबसाइट पर आप अपनी नौकरी कब लगेगी या सरकारी नौकरी योग जैसे प्रश्नों के उत्तर प्राप्त कर सकते हैं। वे आपकी कुंडली का विश्लेषण कर यह भी बताते हैं कि आपकी कुंडली में कौनसी नौकरी सही है, और आप किस क्षेत्र में अधिक सफल रहेंगे।

FAQ – अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

Q1. मेरी कुंडली में नौकरी मिलने के योग कैसे पता करें?
Ans: 
आपकी जन्म कुंडली में दशम भाव, दशमेश ग्रह और दशाअंतर्दशा की स्थिति देखकर यह ज्ञात किया जा सकता है कि नौकरी कब और किस क्षेत्र में मिलेगी।

Q2. सरकारी नौकरी का योग मेरी कुंडली में है या नहीं?
Ans: 
यदि सूर्य, गुरु और दशम भाव में शुभ ग्रहों की स्थिति हो, तो सरकारी नौकरी का योग बनता है। Dr. Vinay Bajrangi से कुंडली विश्लेषण कराकर इसकी पुष्टि कर सकते हैं।

Q3. यदि नौकरी में बारबार बाधा रही हो तो क्या उपाय करें?
Ans: 
सबसे पहले कुंडली का विश्लेषण कराएं। फिर ग्रह शांति के लिए उपयुक्त मंत्र जाप, व्रत या पूजन कराएं। विशेषकर शनि और राहु की शांति लाभकारी होती है।

Q4. क्या कुंडली से विदेश में नौकरी मिलने का योग देखा जा सकता है?
Ans: 
हाँ, यदि कुंडली में द्वादश भाव, सप्तम भाव या नवम भाव में शुभ ग्रहों का प्रभाव हो और राहु/शुक्र मज़बूत हो तो विदेश में नौकरी का योग बनता है।

अगर आप भी नौकरी में रही समस्याओं से परेशान हैं या अपनी जन्म कुंडली के अनुसार करियर मार्गदर्शन चाहते हैं, तो अनुभवी ज्योतिषाचार्य Dr. Vinay Bajrangi से परामर्श अवश्य लें। एक सटीक ज्योतिषीय मार्गदर्शन आपके जीवन की दिशा बदल सकता है।

किसी भी विशिष्ट मुद्दे के लिए, मेरे कार्यालय @ +91 9999113366 से संपर्क करें। भगवान आपको एक खुशहाल जीवन आनंद प्रदान करें।

Read more: दैनिक राशिफल | Kundli milan

The post आपकी जन्म कुंडली के अनुसार नौकरी संबंधी समस्याएँ कैसे जानें appeared first on KundliHindi.

]]>
https://kundlihindi.com/blog/job-issues-in-kundli/feed/ 0 3563
जन्म कुंडली कैसे स्वास्थ्य चुनौतियों और उपायों की भविष्यवाणी करती है? https://kundlihindi.com/blog/health-in-janam-kundli/ https://kundlihindi.com/blog/health-in-janam-kundli/#respond Mon, 05 May 2025 09:27:44 +0000 https://kundlihindi.com/?p=3560 ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, हर व्यक्ति की जन्म कुंडली (Birth Chart) न केवल उसके स्वभाव, करियर और विवाह जीवन की दिशा बताती है, बल्कि उसके स्वास्थ्य से जुड़ी संभावित चुनौतियों की भी जानकारी देती है। स्वास्थ्य मनुष्य का सबसे बड़ा धन है और अगर समय रहते किसी बीमारी की आशंका को समझा जाए तो न केवल उसका इलाज आसान...

The post जन्म कुंडली कैसे स्वास्थ्य चुनौतियों और उपायों की भविष्यवाणी करती है? appeared first on KundliHindi.

]]>

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, हर व्यक्ति की जन्म कुंडली (Birth Chart) केवल उसके स्वभाव, करियर और विवाह जीवन की दिशा बताती है, बल्कि उसके स्वास्थ्य से जुड़ी संभावित चुनौतियों की भी जानकारी देती है।

स्वास्थ्य मनुष्य का सबसे बड़ा धन है और अगर समय रहते किसी बीमारी की आशंका को समझा जाए तो केवल उसका इलाज आसान हो सकता है, बल्कि बचाव भी संभव है। यही कार्य एक सटीक जन्म कुंडली विश्लेषण से किया जा सकता है।

जन्म कुंडली में स्वास्थ्य से जुड़े संकेत कैसे पढ़े जाते हैं?

कुंडली में छठा भावआठवां भाव और बारहवां भाव स्वास्थ्य, बीमारियों और अस्पताल में भर्ती होने जैसी स्थितियों को दर्शाते हैं।

·  छठा भाव: यह रोग, शत्रु और ऋण से संबंधित होता है। यदि यह भाव पीड़ित हो, या यहां कोई पाप ग्रह (जैसे शनि, राहु, केतु, मंगल) स्थित हों, तो व्यक्ति को जीवन में बारबार बीमारी का सामना करना पड़ सकता है।

·  आठवां भाव: यह भाव अचानक घटने वाली घटनाओं, ऑपरेशन, और लंबी बीमारियों का प्रतिनिधित्व करता है।

·  बारहवां भाव: यह अस्पताल, बिस्तर पर समय, और मानसिक तनाव से जुड़ा होता है।

इन भावों के साथसाथ लग्न (Ascendant) और लग्नेश (लग्न का स्वामी) की स्थिति भी अत्यंत महत्वपूर्ण होती है क्योंकि ये व्यक्ति की समग्र शारीरिक संरचना और जीवन शक्ति को दर्शाते हैं।

ग्रहों का प्रभाव स्वास्थ्य पर

ग्रहों की दशा और गोचर जब कुंडली के रोग भावों को सक्रिय करते हैं, तब बीमारियां सामने आती हैं। उदाहरण के लिए:

·  शनि की ढैय्या या साढ़ेसाती अक्सर हड्डियों, जोड़ों और लंबे समय तक चलने वाली बीमारियों का कारण बनती है।

·  राहु और केतु मानसिक विकार, त्वचा रोग या असामान्य बीमारियों का कारण बन सकते हैं।

·  मंगल रक्त से संबंधित रोग या दुर्घटना का संकेत दे सकता है।

Dr. Vinay Bajrangi का विशेषज्ञ मत

प्रसिद्ध वैदिक ज्योतिषाचार्य Dr. Vinay Bajrangi का कहना है किअगर व्यक्ति की जन्म कुंडली का सही विश्लेषण हो और सही समय पर सावधानी बरती जाए, तो ज्योतिष में स्वास्थ्य समस्याएं को टाला जा सकता है।

उनके अनुसार, सिर्फ रोग भाव देखना ही काफी नहीं, बल्कि दशा, गोचर, ग्रहों की दृष्टि और योगों का समग्र विश्लेषण आवश्यक है। उनका फोकस निवारक ज्योतिष (Preventive Astrology) पर होता है, जिससे बीमारी होने से पहले ही उसका संकेत मिल जाता है।

स्वास्थ्य संबंधी उपाय

यदि आपकी कुंडली में स्वास्थ्य से संबंधित नकारात्मक संकेत हों, तो निम्नलिखित ज्योतिषीय स्वास्थ्य संबंधी उपाय किए जा सकते हैं:

·  मंत्र जाप: ग्रहों को शांत करने के लिए उचित मंत्रों का जाप करें जैसे कि नमः शिवायमानसिक शांति और रोग से राहत देने वाला होता है।

·  रतन पहनना: योग्य ज्योतिषी से सलाह लेकर रत्न पहनना जैसे नीलमपन्ना, या मोती, स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकते हैं।

·  दान करना: संबंधित ग्रहों को शांत करने के लिए जैसे कि शनि के लिए काले कपड़े और तिल का दान करना लाभकारी होता है।

·  योग और ध्यान: कुंडली में चंद्रमा या केतु की अशांति होने पर ध्यान और प्राणायाम अत्यंत उपयोगी साबित होते हैं।

सही समय पर कुंडली जांच क्यों जरूरी है?

बहुत से लोग केवल तब कुंडली देखते हैं जब बीमारी गंभीर हो जाती है। जबकि निवारक दृष्टिकोण से देखा जाए तो जन्म के समय ही कुंडली से संभावित स्वास्थ्य कमजोरियों को जानकर पहले से ही जीवनशैली में बदलाव लाकर स्वास्थ्य को मजबूत किया जा सकता है।

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

Q1. क्या जन्म कुंडली से यह पता लगाया जा सकता है कि कौन सी बीमारी हो सकती है?
उत्तर: हां, कुंडली के छठे, आठवें और बारहवें भावों का विश्लेषण करके संभावित बीमारियों का अंदेशा लगाया जा सकता है। ग्रहों की दशा और योगों का अध्ययन इस जानकारी को और पुख्ता करता है।

Q2. अगर मेरी कुंडली में रोग योग हैं तो क्या मैं बीमार ही रहूंगा?
उत्तर: नहीं। यदि सही समय पर उपाय किए जाएं और जीवनशैली में सुधार लाया जाए तो इन योगों के प्रभाव को कम किया जा सकता है।

Q3. Dr. Vinay Bajrangi से संपर्क कैसे करें?
उत्तर: आप उनकी वेबसाइट या आधिकारिक सोशल मीडिया पेज के माध्यम से संपर्क कर सकते हैं। वे व्यक्तिगत कुंडली विश्लेषण और स्वास्थ्य संबंधी परामर्श प्रदान करते हैं।

Q4. क्या योग और ध्यान भी कुंडली के नकारात्मक प्रभाव को कम कर सकते हैं?
उत्तर: हां, खासकर चंद्रमा, राहु और केतु से संबंधित मानसिक रोगों में ध्यान, प्राणायाम और नियमित योग अत्यधिक लाभकारी सिद्ध हुए हैं।

अगर आप अपने स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हैं या बारबार बीमारियों से जूझ रहे हैं, तो एक बार अपनी जन्म कुंडली का विश्लेषण/ Kundli Reading अवश्य कराएं और किसी अनुभवी ज्योतिषाचार्य जैसे Dr. Vinay Bajrangi से सलाह लें।

किसी भी विशिष्ट मुद्दे के लिए, मेरे कार्यालय @ +91 9999113366 से संपर्क करें। भगवान आपको एक खुशहाल जीवन आनंद प्रदान करें।

Read more: दैनिक राशिफल | Daily Horoscope | Medical Prediction | Kundli matching

The post जन्म कुंडली कैसे स्वास्थ्य चुनौतियों और उपायों की भविष्यवाणी करती है? appeared first on KundliHindi.

]]>
https://kundlihindi.com/blog/health-in-janam-kundli/feed/ 0 3560
आपके भाग्य को समझने में कितनी कारगर होती है कुंडली? https://kundlihindi.com/blog/kundli-reading/ https://kundlihindi.com/blog/kundli-reading/#respond Fri, 02 May 2025 05:25:18 +0000 https://kundlihindi.com/?p=3557 हर व्यक्ति के जीवन में एक समय ऐसा आता है जब वह अपने भाग्य को जानने की इच्छा रखता है। क्या हमारी मेहनत ही सब कुछ तय करती है, या फिर कोई अदृश्य शक्ति हमारे जीवन की दिशा तय करती है? यही सवाल लोगों को ज्योतिष और कुंडली की ओर आकर्षित करता है। लेकिन प्रश्न...

The post आपके भाग्य को समझने में कितनी कारगर होती है कुंडली? appeared first on KundliHindi.

]]>

हर व्यक्ति के जीवन में एक समय ऐसा आता है जब वह अपने भाग्य को जानने की इच्छा रखता है। क्या हमारी मेहनत ही सब कुछ तय करती है, या फिर कोई अदृश्य शक्ति हमारे जीवन की दिशा तय करती है? यही सवाल लोगों को ज्योतिष और कुंडली की ओर आकर्षित करता है। लेकिन प्रश्न यह है कि क्या वाकई में कुंडली से भाग्य को समझा जा सकता है? आइए इस विषय पर चर्चा करें।

कुंडली क्या है?

कुंडली, जिसे अंग्रेज़ी में Horoscope या Birth Chart कहा जाता है, एक ज्योतिषीय चार्ट होता है जो व्यक्ति के जन्म के समय ग्रहों की स्थिति को दर्शाता है। यह चार्ट इस आधार पर बनाया जाता है कि जन्म के समय, जन्म स्थान और जन्म समय पर आकाश में ग्रहों की स्थिति क्या थी। इन ग्रहों की स्थितियाँ व्यक्ति के जीवन में विभिन्न क्षेत्रों – जैसे कि करियर, विवाह, स्वास्थ्य, धन आदि – पर प्रभाव डालती हैं।

भाग्य और कुंडली का संबंध

भाग्य यानी Fate, वह रहस्यमयी शक्ति है जिसे हम समझने का प्रयास करते हैं। ज्योतिष के अनुसार, आपका भाग्य पूरी तरह आपके कर्मों और ग्रहों पर आधारित होता है। कुंडली विश्लेषण द्वारा यह जाना जा सकता है कि किस ग्रह की स्थिति आपके जीवन में किस प्रकार के फल दे सकती है।

उदाहरण के लिए, यदि आपकी कुंडली में शनि नीच का है या किसी अशुभ भाव में स्थित है, तो जीवन में संघर्ष बढ़ सकता है। वहीं यदि गुरु उच का है और केंद्र में है, तो भाग्य हमेशा आपके साथ रहेगा।

डॉ. विनय बजरंगी की राय

प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य डॉ. विनय बजरंगी का मानना है कि “कुंडली केवल आपके भाग्य का आइना नहीं है, बल्कि यह आपके जीवन को दिशा देने का साधन भी है। यदि आप सही समय पर अपनी कुंडली का विश्लेषण करवाते हैं, तो आप जीवन के कई संकटों से पहले ही सचेत हो सकते हैं।”

वे यह भी कहते हैं कि कुंडली मिलान, दशा प्रणाली, और ग्रहों का गोचर – ये तीनों चीजें मिलकर व्यक्ति के भविष्य को बेहतर ढंग से समझने में मदद करती हैं।

क्या हर किसी की कुंडली सटीक होती है?

यह एक सामान्य प्रश्न है। कुंडली की सटीकता इस बात पर निर्भर करती है कि जन्म समय और स्थान कितने सटीक रूप से ज्ञात हैं। यदि जन्म का समय गलत है, तो पूरी कुंडली गलत हो सकती है और भविष्यवाणी असफल हो सकती है। इसलिए हमेशा किसी अनुभवी ज्योतिषी, जैसे कि डॉ. विनय बजरंगी, से ही कुंडली बनवाना और उसका विश्लेषण कराना चाहिए।

कुंडली से कौन-कौन सी जानकारियाँ मिलती हैं?

शादी कब होगी?

करियर में सफलता कब मिलेगी?

धन लाभ कब होगा?

संतान सुख मिलेगा या नहीं?

स्वास्थ्य में कौन-से खतरे हैं?

विदेश यात्रा की संभावनाएँ

इन सभी प्रश्नों का उत्तर कुंडली में छिपा होता है, बशर्ते उसे सही तरीके से पढ़ा जाए।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

प्रश्न 1: क्या कुंडली से 100% भविष्यवाणी की जा सकती है?

उत्तर: नहीं, क्योंकि मानव का भाग्य उसके कर्मों से भी जुड़ा होता है। लेकिन कुंडली एक दिशा देने वाला यंत्र है, जो संभावनाओं को दिखाता है।

प्रश्न 2: अगर कुंडली में अशुभ योग हों तो क्या समाधान हैं?

उत्तर: हाँ, ज्योतिष उपाय, जैसे कि रत्न पहनना, मंत्र जाप, और दान आदि द्वारा इन प्रभावों को कम किया जा सकता है।

प्रश्न 3: बिना कुंडली के क्या ज्योतिषीय सलाह ली जा सकती है?

उत्तर: कुछ हद तक हाँ, जैसे कि प्रश्न कुंडली या टैरो कार्ड, लेकिन जन्म कुंडली अधिक सटीक मानी जाती है।

प्रश्न 4: कुंडली मिलान से विवाह सफल हो सकता है क्या?

उत्तर: हाँ, गुण मिलान और दोषों की पहचान करके विवाह में आने वाली समस्याओं को पहले से जाना जा सकता है।

निष्कर्ष

कुंडली न केवल हमारे भविष्य की रूपरेखा प्रस्तुत करती है, बल्कि हमें सही निर्णय लेने की दिशा भी देती है। यदि आप अपने जीवन में बार-बार असफलताओं से जूझ रहे हैं, तो एक बार अपनी कुंडली की सही से जांच अवश्य करवाएं। इस क्षेत्र में डॉ. विनय बजरंगी जैसे विशेषज्ञ आपकी मदद कर सकते हैं।

किसी भी विशिष्ट मुद्दे के लिए, मेरे कार्यालय @ +91 9999113366 से संपर्क करें। भगवान आपको एक खुशहाल जीवन आनंद प्रदान करें।

Read more: दैनिक राशिफल/Daily Horoscope

The post आपके भाग्य को समझने में कितनी कारगर होती है कुंडली? appeared first on KundliHindi.

]]>
https://kundlihindi.com/blog/kundli-reading/feed/ 0 3557
मई 2025 के लिए ज्योतिष भविष्यवाणी: ट्रांजिट, रेट्रोग्रेड, चंद्र चक्र और अन्य https://kundlihindi.com/blog/astrology-prediction-for-may-2025/ https://kundlihindi.com/blog/astrology-prediction-for-may-2025/#respond Thu, 01 May 2025 05:13:25 +0000 https://kundlihindi.com/?p=3553 मई 2025 का महीना खगोलीय दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस माह में कई प्रमुख ग्रहों के गोचर (Planetary Transits), वक्री ग्रहों की स्थितियां (Retrogrades) और चंद्र चक्र की गतिविधियाँ देखने को मिलेंगी, जो जीवन के सभी पहलुओं पर प्रभाव डाल सकती हैं। इस लेख में हम जानेंगे कि मई 2025 की ग्रह चाल कैसे...

The post मई 2025 के लिए ज्योतिष भविष्यवाणी: ट्रांजिट, रेट्रोग्रेड, चंद्र चक्र और अन्य appeared first on KundliHindi.

]]>

मई 2025 का महीना खगोलीय दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस माह में कई प्रमुख ग्रहों के गोचर (Planetary Transits), वक्री ग्रहों की स्थितियां (Retrogrades) और चंद्र चक्र की गतिविधियाँ देखने को मिलेंगी, जो जीवन के सभी पहलुओं पर प्रभाव डाल सकती हैं।

इस लेख में हम जानेंगे कि मई 2025 की ग्रह चाल कैसे आपके करियर, विवाह, स्वास्थ्य, और धन के क्षेत्र में परिवर्तन ला सकती है। यह जानकारी प्रसिद्ध वैदिक ज्योतिषाचार्य Dr. Vinay Bajrangi द्वारा दिए गए मार्गदर्शन पर आधारित है।

 मई 2025 के प्रमुख ग्रह गोचर (Important Planetary Transits in May 2025)

बुध का गोचर (Mercury Transit) – 9 मई 2025 को बुध वृषभ राशि में प्रवेश करेगा। यह गोचर वाणी, लेखन, और व्यापारिक निर्णयों में स्थिरता और स्पष्टता लाएगा। यह समय बिजनेस प्लानिंग के लिए बेहद अनुकूल है।

शुक्र का गोचर (Venus Transit) – 12 मई को शुक्र मिथुन राशि में गोचर करेगा। यह गोचर प्रेम संबंधों, सौंदर्य, और आकर्षण में वृद्धि करेगा। कला, मीडिया और फैशन इंडस्ट्री से जुड़े लोगों के लिए यह समय फायदेमंद हो सकता है।

सूर्य का गोचर (Sun Transit) – 14 मई को सूर्य वृषभ में प्रवेश करेगा। यह गोचर आर्थिक स्थिरता, परिवारिक जिम्मेदारियों, और भूमि संपत्ति के मामलों में सक्रियता लाएगा।

मंगल का गोचर (Mars Transit) – 28 मई को मंगल कर्क राशि में आएगा। यह गोचर भावनात्मक उग्रता, उर्जा में उतार-चढ़ाव, और परिवारिक विवादों की संभावना ला सकता है।

वक्री ग्रहों की स्थितियां (Retrograde Movements in May 2025)

शनि वक्री (Saturn Retrograde) – 24 मई से शनि कुंभ राशि में वक्री होंगे। यह समय आत्मविश्लेषण और पुराने अधूरे कामों को पूरा करने के लिए उपयुक्त रहेगा। लेकिन किसी भी नए काम की शुरुआत सोच-समझकर करें।

बृहस्पति का प्रभाव (Jupiter’s Position) – मई में बृहस्पति मेष राशि में रहेंगे। यह गोचर आध्यात्मिक ज्ञान, शिक्षा, और विवाह योग के लिए लाभकारी होगा।

चंद्र चक्र और ग्रहण (Lunar Phases and Eclipses in May 2025)

पूर्णिमा – 12 मई को वृश्चिक राशि में पूर्णिमा होगी। यह समय आध्यात्मिक साधना, गहन चिंतन, और मन की शांति के लिए श्रेष्ठ रहेगा।

चंद्र ग्रहण – 12 मई को आंशिक चंद्र ग्रहण भी लगेगा, जो विशेष रूप से वृश्चिक, वृषभ, और मकर राशि वालों को प्रभावित कर सकता है। इस दौरान मन में बेचैनी या अनिश्चितता महसूस हो सकती है।

 मई 2025 के लिए राशिफल संकेत (Horoscopic Highlights)

1.      वृषभ और मिथुन राशि वालों के लिए यह महीना करियर और लव लाइफ में खास रहेगा।

2.      कर्क राशि के जातकों को अपने गुस्से पर नियंत्रण रखना चाहिए।

3.      मकर और कुंभ राशि को शनि वक्री के कारण आत्ममंथन और धैर्य की जरूरत पड़ेगी।

Dr. Vinay Bajrangi की सलाह

Dr. Vinay Bajrangi के अनुसार, मई 2025 में ग्रहों की चाल हमें आत्मचिंतन, संबंधों में सुधार, और वित्तीय निर्णयों में संतुलन की प्रेरणा देती है। यदि आप इस समय का सदुपयोग करें, तो यह माह आपकी प्रगति का मार्ग बना सकता है।

व्यक्तिगत कुंडली के अनुसार गोचर और ग्रहणों का असर भिन्न होता है, इसलिए सही मार्गदर्शन के लिए कुंडली विश्लेषण आवश्यक है।

Astrology Consultation

FAQs: मई 2025 की ग्रह चाल और राशिफल से जुड़े सवाल

Q1. क्या मई 2025 में कोई ग्रहण है?

हाँ, 12 मई को आंशिक चंद्र ग्रहण है जो वृश्चिक राशि में पड़ेगा।

Q2. मई 2025 में कौन-कौन से ग्रह वक्री रहेंगे?

शनि 24 मई से वक्री होंगे। यह समय आत्मनिरीक्षण और पुराने कार्यों की पुनरावृत्ति का है।

Q3. विवाह के लिए मई 2025 शुभ है या नहीं?

बृहस्पति की स्थिति के कारण विवाह के योग बन सकते हैं, विशेषकर मेष, सिंह और तुला राशि वालों के लिए।

Q4. क्या मई 2025 में नई नौकरी की शुरुआत ठीक है?

बुध गोचर और सूर्य का प्रभाव व्यापार और नौकरी के लिए शुभ संकेत दे रहे हैं। 10 से 20 मई का समय अनुकूल रहेगा।

Q5. Dr. Vinay Bajrangi से सलाह कैसे लें?

आप Dr. Vinay Bajrangi की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन कुंडली विश्लेषण और परामर्श सेवा का लाभ ले सकते हैं।

अगर आप जानना चाहते हैं कि आपकी राशि पर मई 2025 की ग्रह चाल क्या प्रभाव डालेगी, तो कुंडली/kundali का विश्लेषण करवाना न भूलें।

किसी भी विशिष्ट मुद्दे के लिए, मेरे कार्यालय @ +91 9999113366 से संपर्क करें। भगवान आपको एक खुशहाल जीवन आनंद प्रदान करें।

The post मई 2025 के लिए ज्योतिष भविष्यवाणी: ट्रांजिट, रेट्रोग्रेड, चंद्र चक्र और अन्य appeared first on KundliHindi.

]]>
https://kundlihindi.com/blog/astrology-prediction-for-may-2025/feed/ 0 3553
क्या ज्योतिष जीवन की घटनाओं की भविष्यवाणी कर सकता है? https://kundlihindi.com/blog/can-astrology-predict-life-events/ https://kundlihindi.com/blog/can-astrology-predict-life-events/#respond Tue, 29 Apr 2025 05:50:18 +0000 https://kundlihindi.com/?p=3550 ज्योतिष शास्त्र एक अद्भुत विज्ञान है जो ग्रहों, नक्षत्रों और उनके प्रभावों के आधार पर मानव जीवन में होने वाली घटनाओं का पूर्वानुमान लगाने में मदद करता है। आज भी लोग यह सवाल करते हैं कि क्या ज्योतिष जीवन की घटनाओं की भविष्यवाणी कर सकता है? इस प्रश्न का उत्तर है – बिल्कुल कर सकता है, लेकिन...

The post क्या ज्योतिष जीवन की घटनाओं की भविष्यवाणी कर सकता है? appeared first on KundliHindi.

]]>

ज्योतिष शास्त्र एक अद्भुत विज्ञान है जो ग्रहों, नक्षत्रों और उनके प्रभावों के आधार पर मानव जीवन में होने वाली घटनाओं का पूर्वानुमान लगाने में मदद करता है। आज भी लोग यह सवाल करते हैं कि क्या ज्योतिष जीवन की घटनाओं की भविष्यवाणी कर सकता है? इस प्रश्न का उत्तर हैबिल्कुल कर सकता है, लेकिन इसके लिए सही ढंग से जन्म कुंडली (Birth Chart) का विश्लेषण करना आवश्यक होता है।

ज्योतिष और जीवन की घटनाएँ

वैदिक ज्योतिष के अनुसार, प्रत्येक व्यक्ति का जीवन उसके जन्म के समय ग्रहों की स्थिति से गहराई से प्रभावित होता है। जन्म के समय ग्रहों की जो स्थिति होती है, वही आगे चलकर जीवन की विभिन्न घटनाओं को आकार देती है। उदाहरण के लिए:

·  विवाह कब होगा?

·  संतान सुख कब मिलेगा?

·  कैरियर में सफलता कब आएगी?

·  स्वास्थ्य समस्याएँ कब हो सकती हैं?

·  विदेश यात्रा कब संभव है?

इन सभी प्रश्नों का उत्तर एक सटीक ज्योतिषीय विश्लेषण से प्राप्त किया जा सकता है।

ज्योतिष की सटीकता कैसे सुनिश्चित होती है?

भविष्यवाणी की सटीकता कई बातों पर निर्भर करती है:

·  सही जन्म विवरण (जन्म समय, स्थान और तिथि)

·  कुंडली का गहरा विश्लेषण।

·  दशा और गोचर (Transit) का अध्ययन।

·  ग्रहों की शुभअशुभ स्थिति की समझ।

इसीलिए विशेषज्ञों की सलाह लेना बहुत जरूरी है। प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य Dr. Vinay Bajrangi कहते हैं किसही जन्म विवरण और सही तकनीक का उपयोग करने पर ज्योतिष में अद्भुत भविष्यवाणी करने की क्षमता होती है।उन्होंने हजारों लोगों को उनके जीवन की प्रमुख घटनाओं के लिए सही मार्गदर्शन दिया है।

जीवन की कौनकौन सी घटनाएँ ज्योतिष से जानी जा सकती हैं?

ज्योतिष भविष्यवाणी के द्वारा निम्नलिखित क्षेत्रों में मार्गदर्शन संभव है:

·  विवाह योग और विवाह का समय।

·  संतान प्राप्ति का समय।

·  शिक्षा और करियर में सफलता।

·  विदेश यात्रा के योग।

·  व्यापार में लाभ या हानि।

·  स्वास्थ्य संबंधी बड़े उतारचढ़ाव।

·  धन लाभ और निवेश के अवसर।

Dr. Vinay Bajrangi के अनुसार, यदि व्यक्ति समय रहते सही उपाय कर ले, तो आने वाली समस्याओं को भी कम किया जा सकता है।

क्या ज्योतिष भविष्य को बदल सकता है?

यह एक बहुत रोचक प्रश्न है। ज्योतिष भविष्य कोबदलनहीं सकता, लेकिन यह हमें आने वाली परिस्थितियों के प्रति सतर्क कर सकता है। उदाहरण के लिए, यदि किसी की कुंडली में किसी विशेष समय में स्वास्थ्य समस्या के योग हैं, तो सही सावधानी और उपाय से उस संकट को कम किया जा सकता है।

Dr. Vinay Bajrangi का कहना है, “ज्योतिष हमें समस्याओं से डराने के लिए नहीं, बल्कि उन्हें संभालने के लिए तैयार करने के लिए है।यानी ज्योतिष जीवन का मार्गदर्शन प्रदान करता है, कि केवल भविष्यवाणी करने का माध्यम है।

FAQ

प्रश्न 1: क्या हर ज्योतिषी सही भविष्यवाणी कर सकता है?

उत्तर: नहीं। सही भविष्यवाणी वही कर सकता है जो कुंडली का गहरा अध्ययन कर सकता हो और दशा, गोचर तथा योगों की सही व्याख्या करना जानता हो। अनुभवी ज्योतिषी जैसे कि Dr. Vinay Bajrangi इस क्षेत्र में विश्वसनीय नाम हैं।

प्रश्न 2: क्या बिना कुंडली के भी भविष्यवाणी संभव है?

उत्तर: हाँ, कुछ हद तक। प्रश्न कुंडली (Prashna Kundli) और गोचर (Transit) के माध्यम से भी अनुमान लगाया जा सकता है, लेकिन सटीकता के लिए जन्म कुंडली आवश्यक है।

प्रश्न 3: क्या ज्योतिष उपायों से जीवन में सुधार हो सकता है?

उत्तर: हाँ, सही उपाय करने से जीवन में सकारात्मक परिवर्तन संभव है। उपायों का मुख्य उद्देश्य ग्रहों की नकारात्मक ऊर्जा को कम करना होता है, ताकि जीवन सुचारू रूप से चल सके।

प्रश्न 4: क्या ज्योतिष से बड़ी घटनाएँ जैसे विवाह, करियर चेंज, बीमारी आदि का सही समय जाना जा सकता है?

उत्तर: जी हाँज्योतिष भविष्यवाणी से इन सभी महत्वपूर्ण घटनाओं का अनुमान लगाया जा सकता है। सही समय जानकर व्यक्ति बेहतर निर्णय ले सकता है और समस्याओं से बचाव भी कर सकता है।

प्रश्न 5: कौनसे ग्रह जीवन में सबसे ज्यादा प्रभाव डालते हैं?

उत्तर: हर ग्रह का अपना महत्व है, लेकिन शनि (Saturn)राहुकेतुमंगल (Mars), और गुरु (Jupiter) जैसे ग्रह जीवन की बड़ी घटनाओं में विशेष भूमिका निभाते हैं।

निष्कर्ष:

क्या ज्योतिष जीवन की घटनाओं की भविष्यवाणी कर सकता है – इस प्रश्न का उत्तर है: हाँ, बिल्कुल कर सकता है। लेकिन इसके लिए सही ज्योतिषीय दृष्टिकोण, अनुभवी ज्योतिषी और सही जन्म विवरण की जरूरत होती है। अगर आप भी अपने जीवन में आने वाली घटनाओं का पूर्वानुमान और समाधान जानना चाहते हैं, तो अनुभवी ज्योतिषाचार्य Dr. Vinay Bajrangi से मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं। सही सलाह आपके जीवन को सही दिशा दे सकती है।

किसी भी विशिष्ट मुद्दे के लिए, मेरे कार्यालय @ +91 9999113366 से संपर्क करें। भगवान आपको एक खुशहाल जीवन आनंद प्रदान करें।

The post क्या ज्योतिष जीवन की घटनाओं की भविष्यवाणी कर सकता है? appeared first on KundliHindi.

]]>
https://kundlihindi.com/blog/can-astrology-predict-life-events/feed/ 0 3550
कुंडली मिलान में कम गुण मिलान स्कोर दिखने पर क्या करें? https://kundlihindi.com/blog/kundli-milan-me-kam-guna-milan-score/ https://kundlihindi.com/blog/kundli-milan-me-kam-guna-milan-score/#respond Mon, 28 Apr 2025 06:23:04 +0000 https://kundlihindi.com/?p=3546 शादी से पहले कुंडली मिलान भारतीय संस्कृति में एक महत्वपूर्ण परंपरा है। जब दो लोगों के विवाह का विचार किया जाता है, तो सबसे पहले उनकी कुंडली मिलान करवाई जाती है। इसमें मुख्य रूप से गुण मिलान स्कोर (Ashtakoota Matching) देखा जाता है। कुल 36 अंकों में से यदि 18 या उससे अधिक अंक मिलते हैं तो उसे सामान्यतः विवाह...

The post कुंडली मिलान में कम गुण मिलान स्कोर दिखने पर क्या करें? appeared first on KundliHindi.

]]>

शादी से पहले कुंडली मिलान भारतीय संस्कृति में एक महत्वपूर्ण परंपरा है। जब दो लोगों के विवाह का विचार किया जाता है, तो सबसे पहले उनकी कुंडली मिलान करवाई जाती है। इसमें मुख्य रूप से गुण मिलान स्कोर (Ashtakoota Matching) देखा जाता है। कुल 36 अंकों में से यदि 18 या उससे अधिक अंक मिलते हैं तो उसे सामान्यतः विवाह के लिए शुभ माना जाता है। लेकिन अगर गुण मिलान स्कोर कम आए तो चिंता होना स्वाभाविक है। सवाल उठता हैअब क्या करें?

इस विषय में जानेमाने ज्योतिषाचार्य डॉ. विनय बजरंगी (Dr. Vinay Bajrangi) बताते हैं कि केवल गुण मिलान ही शादी के लिए अंतिम निर्णय का आधार नहीं होना चाहिए। आइए विस्तार से समझते हैं।

कुंडली मिलान में कम अंक क्यों आते हैं?

गुण मिलान स्कोर आठ मुख्य पहलुओं (वर्ण, वश्य, तारा, योनि, ग्रह मैत्री, गण, भकूट और नाड़ी) पर आधारित होता है। हर एक पहलू का अपना अलग महत्व होता है। कभीकभी, किसी एक या दो पहलुओं में गंभीर दोष होने के कारण स्कोर बहुत कम हो सकता है। उदाहरण के लिए:

·  नाड़ी दोष या भकूट दोष मिलना ज्योतिषीय दृष्टि से विवाह में बाधक माना जाता है।

·  ग्रहों की स्थिति जैसे मंगल दोष (मांगलिक दोष) भी गुण मिलान को प्रभावित कर सकती है।

लेकिन कम अंक आना हमेशानाका संकेत नहीं होता!

कम गुण मिलान होने पर क्या करें?

डॉ. विनय बजरंगी के अनुसार, अगर गुण कम मिलते हैं, तो नीचे दिए गए उपाय अपनाए जा सकते हैं:

1. कुंडली का गहराई से विश्लेषण कराएं

केवल अष्टकूट मिलान पर निर्भर रहें। दोनों कुंडलियों का वैवाहिक योगदाम्पत्य सुखस्वभाव मिलानआर्थिक स्थिति, और स्वास्थ्य योग को भी ध्यान से देखना चाहिए। कभीकभी, गुण भले ही कम मिलें लेकिन ग्रहों का अन्य शुभ संयोग विवाह को सफल बना सकता है।

2. दोष निवारण उपाय अपनाएं

यदि नाड़ी दोष या भकूट दोष जैसे गंभीर दोष मिलते हैं, तो उनके लिए विशेष दोष निवारण उपाय होते हैं, जैसे:

·  विशेष पूजा

·  व्रत

·  दान
इन उपायों से नकारात्मक प्रभाव को कम किया जा सकता है।

3. मंगल दोष का समाधान

अगर एक कुंडली में मांगलिक दोष हो और दूसरी में नहीं, तो मांगलिक दोष निवारण पूजा कराई जा सकती है। कभीकभी दोनों कुंडलियों में मंगल दोष होने पर ये दोष स्वतः निरस्त भी हो जाता है।

4. अनुभवी ज्योतिषी से सलाह लें

हर कुंडली विशेष होती है। इसलिए हमेशा किसी अनुभवी ज्योतिषी, जैसे कि डॉ. विनय बजरंगी, से व्यक्तिगत सलाह लेकर ही निर्णय लेना चाहिए।

गुण मिलान से ज्यादा महत्वपूर्ण क्या है?

·  दोनों व्यक्तियों के स्वभाव और समझदारी

·  आपसी सम्मान और विश्वास।

·  जीवन के प्रति दृष्टिकोण।

·  पारिवारिक पृष्ठभूमि और संस्कार।

गुण मिलान एक दिशा दिखाता है, लेकिन अंतिम निर्णय केवल अंक देखकर नहीं करना चाहिए।

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

Q1. क्या कम गुण मिलने पर शादी करना सही रहेगा?
Ans: 
अगर गुण मिलान स्कोर कम है, लेकिन कुंडली में अन्य शुभ योग हैं और दोषों का निवारण संभव है, तो विवाह किया जा सकता है। अनुभवी ज्योतिषी से गहन विश्लेषण कराना चाहिए।

Q2. नाड़ी दोष मिल जाए तो क्या विवाह नहीं करना चाहिए?
Ans: 
नाड़ी दोष गंभीर माना जाता है, लेकिन हर केस में इसका असर एक जैसा नहीं होता। कई बार नाड़ी दोष निवारण उपाय से इसके दुष्प्रभाव को कम किया जा सकता है।

Q3. क्या मांगलिक दोष और कम गुण मिलान एक साथ शादी में रुकावट बन सकते हैं?
Ans: 
हां, लेकिन समाधान संभव है। दोनों पहलुओं का समाधान और कुंडली मिलान का गहन विश्लेषण कराकर उपाय किए जा सकते हैं।

Q4. क्या डॉ. विनय बजरंगी से व्यक्तिगत परामर्श ले सकते हैं?
Ans: 
हां, आप डॉ. विनय बजरंगी से व्यक्तिगत कुंडली मिलान और विवाह संबंधी सलाह के लिए संपर्क कर सकते हैं।

अगर आप भी अपनी शादी से पहले सही निर्णय लेना चाहते हैं और कुंडली में आए कम गुण मिलान स्कोर को लेकर चिंतित हैं, तो किसी अनुभवी ज्योतिषी से गहन मार्गदर्शन जरूर प्राप्त करें। याद रखें, सही सलाह से आप अपने जीवन के सबसे महत्वपूर्ण निर्णय को और भी बेहतर बना सकते हैं।

किसी भी विशिष्ट मुद्दे के लिए, मेरे कार्यालय @ +91 9999113366 से संपर्क करें। भगवान आपको एक खुशहाल जीवन आनंद प्रदान करें।

The post कुंडली मिलान में कम गुण मिलान स्कोर दिखने पर क्या करें? appeared first on KundliHindi.

]]>
https://kundlihindi.com/blog/kundli-milan-me-kam-guna-milan-score/feed/ 0 3546