कर्म क्या है और यह हिंदुओं के लिए क्यों महत्वपूर्ण है?

कर्म क्या है और यह हिंदुओं के लिए क्यों महत्वपूर्ण है?

संस्कृत में “कर्म” का अर्थ होता है “कार्य” या “किया गया कार्य“। हिंदू दर्शन में, कर्म केवल शारीरिक गतिविधि ही नहीं बल्कि विचार और वाणी से किए गए कार्यों को भी सम्मिलित करता है। कर्म का सिद्धांत यह कहता है कि प्रत्येक व्यक्ति अपने कार्यों के अनुसार फल प्राप्त करता है। यह जीवन और मृत्यु…

पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र : करियर में सफलता के गढ़ सकते हैं नए आयाम

पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र : करियर में सफलता के गढ़ सकते हैं नए आयाम

पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र, नक्षत्र मंडल में एक चमकदार सितारा है जिसकी शुभता इसे काफी विशेष बनाती है. पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र चक्र में 20वां स्थान पाता है. धनु राशि में पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र आने से करियर के दृष्टिकोण से ये जातक को काफी बेहतर विकल्प दिलाने में सहायक होता है. इसके अलावा पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र का स्वामी ग्रह शुक्र है।…

विवाह के लिए क्यों जरूरी है कुंडली मिलान

विवाह के लिए क्यों जरूरी है कुंडली मिलान

भारतीय परंपरा में कुंडली मिलान विवाह का एक अभिन्न हिस्सा माना जाता है। वर और वधू के विवाह से पहले, उनके माता-पिता अक्सर “कुंडली मिलान” करते हैं। कुंडली मिलान के माध्यम से भावी वर और वधू की आपस में अनुकूलता की जांच करने के लिए ज्योतिषियों से परामर्श किया जाता है। विवाह के लिए कुंडली…