कुंडली मिलान में नाड़ी दोष के प्रभाव और बचने के ज्योतिषी उपाय

कुंडली मिलान में नाड़ी दोष के प्रभाव और बचने के ज्योतिषी उपाय

भारतीय वैदिक ज्योतिष में कुंडली मिलान को विवाह से पहले एक आवश्यक प्रक्रिया माना जाता है। यह केवल लड़का और लड़की की जन्म राशियों का मिलान नहीं होता, बल्कि मानसिक, भावनात्मक और शारीरिक सामंजस्य की भी जांच होती है। इसमें सबसे अहम विषयों में से एक है – नाड़ी दोष (Nadi Dosha)। नाड़ी दोष को गंभीर माना जाता…

कर्म क्या है और यह हिंदुओं के लिए क्यों महत्वपूर्ण है?

कर्म क्या है और यह हिंदुओं के लिए क्यों महत्वपूर्ण है?

संस्कृत में “कर्म” का अर्थ होता है “कार्य” या “किया गया कार्य“। हिंदू दर्शन में, कर्म केवल शारीरिक गतिविधि ही नहीं बल्कि विचार और वाणी से किए गए कार्यों को भी सम्मिलित करता है। कर्म का सिद्धांत यह कहता है कि प्रत्येक व्यक्ति अपने कार्यों के अनुसार फल प्राप्त करता है। यह जीवन और मृत्यु…

जन्म कुंडली के 12 भावों का महत्व और उनका जीवन पर प्रभाव

जन्म कुंडली के 12 भावों का महत्व और उनका जीवन पर प्रभाव

जन्म कुंडली के 12 भावों का महत्व और उनका जीवन पर प्रभाव व्यक्ति के जीवन का एक दर्पण है और ज्योतिष शास्त्र में ये कुंडली 12 भावों में विभाजित की जाती है, और प्रत्येक भाव को विशेष महत्व का माना जाता है। यह इसलिए कि इनमें से सभी भाव जीवन के विभिन्न क्षेत्रों की स्थितियों…